डॉक्टर की गलत दवाई से 4 माह के मासूम की मौत, 2 पर मामला दर्ज, आरोपी कंपाउडर फरार
करनाल पुलिस ने आज मृतक बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर कंपाउडर व उसके अन्य दो साथियों पर मामला दर्ज कर आरोपी कंपाउडर की तलाश शुरू कर दी है. जाने क्या है पूरा मामला.
कमरजीत सिंह विर्क/करनालः हरियाणा में करनाल के गांव दरड़ में झोलाछाप डॉक्टर की गलत दवाई की वजह से 4 महीने के बच्चे की बीते सोमवार शाम को मौत हो गई. बच्चे की मौत के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने गांव में जमकर हंगामा किया. हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मेडिकल स्टोर पर बैठे दो लड़कों को राउंडअप कर मामले की जांच शुरू कर दी.
आज पुलिस ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया है, वहीं शिकायत के आधार पर मेडिकल स्टोर संचालक कंपाउडर के खिलाफ ममाला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी. पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर कंपाउडर व उसके अन्य दो साथियों पर मामला दर्ज कर आरोपी कंपाउडर की तलाश शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक, करनाल के एक निजी अस्पताल में काम करने वाले एक कंपाउंडर ने गांव दरड़ में मेडिकल स्टोर खोल रखा था. मेडिकल स्टोरी की आड़ में यह झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक चला रहा था. मेडिकल स्टोर के पिछले हिस्से में दो बेड डाल रखे थे. जहां पर मरीजों को लेटा कर उन्हें ग्लूकोज व दवाइयां दी जाती थी. आरोपी ने स्टोर पर काम के लिए लड़कों को भी रखा हुआ था. जो आरोपी कंपाउंडर से फोन पर बात करके मरीजों को दवाइयां देते थे.
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बच्चे के इलाज के लिए 6 हजार रुपये वसूले
जानकारी देते हुए गांव दरड़ निवासी सन्नी ने बताया कि उसके बेटे को काफी दिनों से बुखार आ रहा था, जिसके चलते वह अपने बेटे को इलाज के लिए करनाल के निजी अस्पताल में लेकर गया. वहां पर उसे कंपाउंडर मिला और कहा कि यहां पर क्यों इतने पैसे खराब कर रहा है. तुम गांव में मेरे स्टोर पर चले जाओ वहां पर तुम्हारे बेटे का इलाज कर देंगे. जिससे वह उसकी बातों में आया गया और बेटे का इलाज वहां पर करवाना शुरू कर दिया. तीन दिन इलाज करने के बाद डॉक्टर ने उनसे 6 हजार रुपये लिए.
रविवार रात को हुआ तेज बुखार
सन्नी ने बताया कि उसके बेटे को रविवार रात को तेज बुखार आया था. सुबह झोलाछाप डॉक्टर से बात की तो उसने कहा कि स्टोर पर चले जाओ वहां से दवाइयां ले आना. इसके बाद जो दवा उसके स्टोर से उसे मिली वह उसने अपने बेटे को खिला दी. कुछ देर बाद उसके बेटे के पेट में दर्द होने लगा, जिसके बाद दोबारा वह उसके मेडिकल स्टोर पर गया. वहां पर जो लड़के काम कर रहे थे उन्होंने आरोपी से फोन पर बात की. उसने लड़के को दूसरी दवाई देने को कहा.
दवा देने के बाद बच्चे की बिगड़ी ज्यादा हालत
सन्नी ने बताया कि जब उसने बेटे को दोबारा दवा खिलाई तो उसकी तबियत और भी ज्यादा बिगड़ने लगी. आनन-फानन में बेटे को वह सरकारी अस्पताल में लेकर आए, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें जवाब दे दिया. इसके बाद वह समर को निजी अस्पताल में लेकर गए. वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया था.
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हंगामे के बाद पहुंची पुलिस
बच्चे की मौत की सूचना जब परिजनों को मिली तो वह गांव में मेडिकल स्टोर के बाहर पहुंचे और वहां पर हंगामा करना शुरू दिया. हंगामा होता देख ग्रामीण वहां पर एकत्रित हो गए. देर रात को जब पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत करवाया. वहीं मेडिकल स्टोर पर काम कर रहे दो लड़कों को पूछताछ के लिए राउंडअप किया था.
कंपाउडर पर मामला दर्ज
आपको बता दें कि सदर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस आज मृतक बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया. पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर कंपाउडर व उसके अन्य दो साथियों पर मामला दर्ज कर आरोपी कंपाउडर की तलाश शुरू कर दी है. जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम को माला संज्ञान में दे दिया है.