Delhi Pollution: दल्ली-एनसीआर इलाके में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदूषण बढ़ने का एक मुख्य कारण खेतों में जल रही पराली है. वहीं पराली प्रदूषण को लेकर हरियाणा और पंजाब एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं. दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे प्रदूषण के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंजाब को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब के मुकाबले हरियाणा में महज 10% ही पराली जल रही है.


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पंजाब पर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाते हुए सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पंजाब में अब तक 13,873 पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं. वहीं हरियाणा में पिछले साल 2,561 पराली जलाने के मामले आए थे. वहीं इस साल 1,925 मामले सामने आए हैं. वहीं सीएम मनोहर लाल ने कहा कि NGT ने भी इसको लेकर पंजाब को फटकार भी लगाई है.


वहीं सीएम मनोहर लाल ने बताया कि पराली जलाने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार इसकी खरीद करेगी. वहीं उन्होंने बताया कि पराली की खरीद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर होगी. इसे निर्धारित करने के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई है.  इसमें कृषि विभाग के निदेशक को कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है. इसके अलावा हरेडा के महानिदेशक डॉ. मुकेश जैन, डॉ. बलदेव डोगरा और डॉ. जगमहेंद्र नैन इसके सदस्य होंगे.


इस दौरान सीएम ने बताया कि सरकार पराली पर आधारित नए उद्योग लगाने जा रही है. इसके बारे में यह कमेटी ही सिफारिश करेगी. इसके लिए कमेटी को 3 महीने का समय दिया गया है. वहीं उन्होंने बताया कि नारायणगढ़ और शाहबाद की चीनी मिल समेत राज्य के 24 उद्योग पराली के निपटारे के लिए सहमत हो चुके हैं.


वहीं दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के लिए पंजाब सरकार ने हरियाणा और हिमाचल पर आरोप लगाए हैं. पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बताया कि आंकड़ों के अनुसार पंजाब में हिमाचल और हरियाणा से भी कम वायु प्रदूषण हुआ है. इसके गवाह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) है.