Chandigarh News: सरसों की खरीद 1 अप्रैल से शुरू होने जा रही है, लेकिन अंबाला में सरसों की खरीद के लिए 1 ही खरीद केंद्र शहजादपुर मंडी में बनाया गया है. इसको लेकर किसानों ने अंबाला मंडी में खरीद केंद्र बनाने की मांग रखी है. किसानों का कहना है प्राइवेट सरसों बेचनी पड़ रही है, जिससे उन्हें MSP नहीं मिल पा रहा है. वहीं मार्किट कमेटी का कहना है, यदि किसान मांग रखेंगे तो सरकार को डिमांड भेज दी जाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Chandigarh News: राम रहीम के खिलाफ दर्ज FIR रद्द कराने के लिए डेरा सच्चा सौदा पहुंचा हाईकोर्ट, दिया यह तर्क


सरसों की खरीद हरियाणा की मंडियों में 1 अप्रैल से शुरू होने जा रही है, लेकिन मंडियों में फसल की आवक शुरू हो गई है. किसान प्राइवेट सरसों बेच भी रहे हैं. इस बार अंबाला में 5300 से ज्यादा किसानों ने सरसों की फसल का रजिस्ट्रेशन करवाया है, लेकिन मार्केट कमेटी ने अंबाला के शहजादपुर में 1 ही खरीद केंद्र बनाया है, जिससे किसानों को अपनी फसल 5400 MSP तय होने के बावजूद कम दामों पर प्राइवेट हाथों में बेचनी पड़ रही है. किसानो का कहना है अंबाला बड़ी मंडी होने के बावजूद शहजादपुर में खरीद केंद्र बनाया गया, जिसके चलते वे अपनी फसल को ओने पौने दामों पर बेचने को मजबूर है. वे चाहते हैं कि सरकार उन्हें MSP दिलवाए और खरीद केंद्र बढ़ाये.


इसको लेकर मार्किट कमेटी का कहना है कि शहजादपुर के नजदीक पड़ने वाले किसानों ने ज्यादा रजिस्ट्रेशन करवाया, जिसे देखते हुए खरीद केंद्र वहां स्थापित किया गया है. मार्केट कमेटी का कहना है यदि किसान मांग करते हैं तो डिमांड सरकार को भेजी जाएगी. यह फैसला ऊपर लेवल पर ही होगा.


फतेहाबाद में शुरू हुई सरसों की आवक
वहीं सरसों की खरीद को लेकर मंडी प्रशासन और व्यापारी पूरी तरह से तैयार है. फतेहाबाद मंडी में सरसों की आवक शुरू हो गई है. इस वर्ष फतेहाबाद मंडी में 50 हजार क्विंटल सरसों की आवक आने का अनुमान है. मंडी में आने वाली फसल को मौसम से बचाने के लिए मंडी प्रशासन ने व्यापारियों को जरूरी निर्देश जारी किए हैं. मंडी प्रशासन ने किसान से आग्रह किया है कि फसल को पूरी तरह सूखा कर मंडी में लाएं. फसल में 8 प्रतिशत से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए.


सरकार की घोषणा के बाद प्रदेश की मंडियों में सरसों की खरीद आज से शुरू हो गई है. फतेहाबाद की अनाजमंडी में सरसों की खरीद के लिए पहली बार परचेज सेंटर बनाया गया है. घोषणा होने के साथ ही मंडी में सरसों की आवक होनी भी शुरू हो गई है. अनुमान जताया जा रहा है कि फतेहाबाद मंडी में इस बार करीब 50 हजार क्विंटल से अधिक आवक हो सकती है. पिछले वर्ष करीब 23 हजार क्विंटल सरसों की आवक हुई थी. 


व्यापारियों की मानें तो इस बार सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य काफी अच्छा दिया जा रहा है. इसलिए आवक में भी इजाफा हो सकता है. व्यापार मंडल के प्रधान ने बताया की फसलों की खरीद को लेकर मंडी प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. मंडी में सभी मूलभूत सुविधाओं का प्रबंध किया गया है ताकि अपनी फसल को मंडी में लेकर आने वाले किसानों को किसी प्रकार की समस्या न उठानी पड़ी. वहीं मार्केट कमेटी प्रशासन द्वारा भी व्यापारियों को हिदायतें जारी की गई है और फसलों को मौसम की मार से बचाने के लिए पूरे प्रबंध करने को कहा गया है.


Input: Ajay Mehta or Aman Kapoor