वर्ल्ड कप 2023 में श्रीलंकाई टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा. श्रीलंकाई टीम 9 मैचों में से सिर्फ 2 मैच ही जीत पाई, जिसकी बदौलत टीम पॉइंट्स टेबल में 9वें पायदान पर रही. यानी कि श्रीलंका टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई. टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर श्रीलंका में काफी बवाल मचा हुआ है. हाल ही में आईसीसी ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को निलंबित कर दिया था. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड में सरकार की दखलंदाजी पर आईसीसी ने यह ठोस कदम उठाया था. इस कड़े फैसले के बाद पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर अर्जुन रणतुंगा ने बीसीसीआई सचिव जय शाह को घेरा है.


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रणतुंगा का बेतुका बयान
दरअसल रणतुंगा ने श्रीलंकाई मीडिया में दिए एक बयान में कहा कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को अपने करीबी रिश्तों के कारण नुकसान हुआ. उन्होंने आईसीसी के इस कदम के पीछे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह का हाथ होने की बात कही. रणतुंगा ने कहा कि जय शाह श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को चला रहे हैं, उनके दबाव के कारण ही  क्रिकेट बोर्ड बर्बाद हो रहा है. श्रीलंका क्रिकेट इस समय बड़ी मुसीबतों का सामना कर रहा है, जिसके जिम्मेदार जय शाह हैं. श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों और जय शाह के संबंध के कारण बीसीसीआई यह सोच रहा है कि वह श्रीलंका को रौंद सकता है और उसे कंट्रोल कर सकता है.


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 जब तक आईसीसी का प्रतिबंध श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से नहीं हटता, तब तक श्रीलंकाई टीम आईसीसी के किसी भी इवेंट में हिस्सा नहीं ले पाएगी. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के लिए सबसे अच्छी बात यह रही है कि आईसीसी ने यह एक्शन इस विश्वकप के बाद लिया है. तो वहीं श्रीलंका की टीम 2025 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई है.


वर्ल्ड कप 2023 के दौरान श्रीलंका का प्रदर्शन का काफी खराब रहा. टीम पॉइंट्स टेबल में 9वें स्थान पर रही. टीम के इस खराब प्रदर्शन को देखते हुए ही सरकार ने ही श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को भंग कर दिया था. अर्जुन रणतुंगा को बोर्ड का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया था, लेकिन आईसीसी को सरकार की यह दखलअंदाजी पसंद नहीं आई. क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इसी दखलअंदाजी के कारण श्रीलंका बोर्ड को सस्पेंड कर दिया. आपको बता दें कि श्रीलंका पिछले चार सालों में आईसीसी द्वारा सस्पेंड होने वाला दूसरा देश बन गया है. इससे पहले साल 2019 में जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड पर प्रतिबंध लगा था.