नई दिल्ली : देशभर के 9 विपक्षी दलों द्वारा ईडी और सीबीआई के गलत इस्तेमाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखे जाने पर अरविंद केजरीवाल ने आज मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसी भी देश के फादर फिगर की तरह होते हैं. चुनाव में हम आपस में लड़े, लेकिन चुनाव होने के बाद अगर कहीं किसी की सरकार बन जाती है उसे पूरी तरह से सपोर्ट देने और उसके साथ काम करने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री की होती है.


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केजरीवाल ने कहा कि इस समय प्रधानमंत्री की कार्यशैली कुछ इस तरह की हो गई है कि देश के अंदर किसी भी राज्य में बीजेपी के अलावा अगर किसी अन्य पार्टी की सरकार बन जाती है तो उसे काम करने नहीं दिया जाता है. यह बहुत ज्यादा खतरनाक है. 


बीजेपी की सरकार नहीं बनती तो काम नहीं करने देते 
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने ठान लिया है कि अगर बीजेपी को वोट न देकर दूसरी पार्टी को वोट दोगे तो उस सरकार को किसी भी हाल में काम नहीं करने दिया जाएगा. केजरीवाल ने कहा, प्रधानमंत्री यह भी करते हैं कि अगर बीजेपी के अलावा किसी दूसरी पार्टी की सरकार बन जाए तो उसके सारे नेताओं पर ईडी और सीबीआई छोड़ देते हैं. उनको गिरफ्तार किया जाता है. तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है. उनकी पार्टी तोड़ देते हैं, सरकार गिरा देते हैं. गोवा और कर्नाटक में ऐसा देखने के लिए मिला है.


ED और CBI से डराया जा रहा 
दिल्ली के सीएम ने आरोप लगाया कि ईडी और सीबीआई छोड़कर नेताओं को डराया जाता है. अगर वही नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाए तो सारे मामले बंद हो जाते हैं. हेमंत विश्व शर्मा जिन पर ईडी और सीबीआई के काफी सारे मामले थे. शारदा कांड में फंसे थे. जैसे ही वह बीजेपी में आए, उनके सारे मामले खत्म कर दिए गए. केजरीवाल ने सवाल उठाया कि या तो वह पहले निर्दोष थे या फिर वह बीजेपी में आ गए और उसके बाद दोषमुक्त हो गए. उसी तरह से सुभेंदु अधिकारी, मुकुल रॉय, नारायण राने का मामला भी आता है.


उद्धव ठाकरे के बारे में केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी से जितने विधायक तोड़े गए. कहा जाता है कि उन पर ईडी और सीबीआई के मामले चल रहे थे, लेकिन अब उन मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है.


सिसोदिया और जैन पर दर्ज सभी केस झूठे 
सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए नहीं किया जा रहा है, बल्कि चुनी हुई सरकार को गिराने और विपक्षी पार्टियों को तोड़ने के लिए किया जा रहा है. दिल्ली में जिस तरह मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया है. शुरुआत में इन दोनों के पास भी बहुत लोग भेजे गए. और कहा गया कि केजरीवाल का साथ छोड़ दो  और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाओ. आज अगर मनीष सिसोदिया मेरा साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाते, तो वह जेल में नहीं होते और न उनके ऊपर किसी तरह का मुकदमा दर्ज होता. जाहिर तौर पर उन दोनों नेताओं पर जितने भी मामले दर्ज हैं वह सब झूठे हैं.


केजरीवाल ने कहा, गवर्नर्स का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. स्टालिन साहब ने बताया कि विधानसभा द्वारा पास 20 से ज्यादा बिल पर गवर्नर साइन नहीं कर रहे हैं. केसीआर साहब ने कल ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है कि उनके बहुत सारे बिल गवर्नर साइन नहीं कर रहे हैं.