Atiq Ashraf Murder Update: उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए प्रयागराज लाए गए माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई. अब इस पूरे मामले में स्वतंत्र समिति से जांच के लिए उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) में याचिका दायर की है. साथ ही याचिका में 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश में हुई मुठभेड़ में  183 अपराधियों की मौत की जांच का भी अनुरोध किया गया है. 


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क्या है पूरा मामला
25 जनवरी 2005 को विधायक राजू पाल की हत्या का आरोप अतीक और उसके भाई अशरफ पर लगा था, वहीं घटना के 18 साल बाद 24 फरवरी 2023 को राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल का हत्या कर दी गई. उमेश की हत्या अतीक के बेटे असद ने ही की थी. जांच में सामने आया कि अतीक ने ही जेल से उमेश की हत्या की साजिश रची थी. 13 अप्रैल को STF ने मुठभेड़ में अतीक के बेटे असद और गुलाम को मार गिराया. वहीं 15 अप्रैल को पूछताछ के बाद अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था. पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे अतीक और अशरफ पर तीन हमलावरों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए गोली मार दी. इस घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. 


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SC में याचिका
अब इस पूरे मामले में उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें शीर्ष न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति के गठन की मांग की गई है. अधिवक्ता विशाल तिवारी द्वारा दायर याचिका में यूपी में साल 2017 के बाद से हुई मुठभेड़ में 183 कथित अपराधियों को मार गिराया गया, जिस पर भी जांच की मांग की गई है. हाल ही में यूपी पुलिस ने कहा था कि सीएम योगी के नेतृत्व वाली सरकार ने 6 सालों में 183 कथित अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया है, जिसमें अतीक के बेटे असद और गुलाम का नाम भी शामिल है.  


यूपी गृह विभाग ने भी गठित किया आयोग
अतीक और अशरफ की हत्या के मामले में यूपी गृह विभाग ने 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित किया है, जो 2 महीने में मामले की जांच करते सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा. इस 3 सदस्यीय आयोग में हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी, रिटायर्ड डीजीपी सुबेश सिंह, जिला कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस बृजेश कुमार सोनी को शामिल किया गया है. 


यूपी में इंटरनेट सेवा बंद
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद जिला प्रशासन ने प्रयागराज में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है, जिससे शहर की शांति व्यवस्था बनी रहे. जिलाअधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार प्रयागराज में 2 दिनों तक इंटरनेट सेवा बाधित रहेगी.