राकेश भयाना/पानीपत: हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के कुछ जिलों के नाम बदलने के बाद अब गांव के नामों को भी बदलने की तैयारी शुरू हो चुकी है. इसकी शुरुआत पानीपत नगर निगम में पिछले दिनों हुई बैठक में बाबरपुर गांव का नाम नानकपुर रखने का प्रस्ताव पारित होने से हुई. निगम के इस प्रस्ताव को हरियाणा सरकार  के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा, लेकिन इससे पहले ही सरकार के इस फैसले का विरोधी सुर सुनाई देने लगे हैं.


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 गांव के लोगों की शिकायत है कि बाबरपुर गांव ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जबकि पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज ने बाबरपुर के नाम बदलने का प्रस्ताव निगम में रखा. इसकी जानकारी ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा को भी नहीं थी. बाबरपुर गांव के पुनीत आहूजा ने कहा कि गांव का नाम बदलकर गुरु नानक के नाम से रखने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन हमारी पहचान बाबरपुर मंडी है जो पिछले कई सदियों से चली आ रही है. प्रमोद विज द्वारा एक झटके में संदेश मिलता है कि बाबरपुर गांव का नाम नानकपुर किया जा रहा है.


पुनीत ने कहा कि हमें अपने बाबरपुर नाम होने का गर्व है. इस नाम में कुछ दिक्कत नहीं है. उन्होंने सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि बाबरपुर का नाम बदलने से पहले 7000 आबादी में से 7 लोगों से भी पूछने की गनीमत नहीं समझी गई. 


ग्रामीण कार्तिक नागपाल ने कहा कि विधायक प्रमोद विज पानीपत शहरी से है, उनका ग्रामीण हल्के में कोई मतलब नहीं है. हमें मीडिया के माध्यम से पता चलता है कि गांव का नाम बदला जा रहा है. उन्होंने कहा कि पानीपत ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले इस गांव के विधायक महिपाल है, उनसे मिलने पहुंचे तो उन्होंने भी गांव के बदलने के नाम की जानकारी नहीं होने की बात कही.। कार्तिक ने कहा कि सभी पार्षद को इकट्ठा कर किसी का नाम कैसे बदल सकते हैं.


नागपाल ने कहा कि समस्त ग्रामीण चाहते हैं कि बाबरपुर मंडी का नाम बाबरपुर ही रहने रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबरपुर निगम में आने के बावजूद आज तक गांव के किसी का भी टैक्स ठीक नहीं हुआ. जब भी काम करवाने जाओ तो वहां दलाल मिलते हैं. उन्होंने कहा कि नाम बदलने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, जिसके लिए पूरा गांव तैयार नहीं है. गांव के निवासी सत्यप्रकाश ने कहा कि सभी ग्रामीण इस बाबत महिपाल ढांडा से मिले हैं. उन्होंने एक पत्र लिखकर देने को कहा है, जिसे निगम को भेजा जाएगा. वहीं दूसरी ओर बाबरपुर नानकपुर रखने से सिख बिरादरी में खुशी की लहर है. सिख समाज ने सरकार का धन्यवाद किया है. स्थानीय निवासियों ने कहा कि गुरु नानक सबके साझे गुरु थे.


पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज ने कहा कि काफी समय से चर्चा चल रही थी इसलिए निगम की बैठक में प्रस्ताव रखा कि बाबरपुर का नाम बदलकर नानकपुरा रखा जाए. इसके पारित होने के बाद विधायक ने सभी का धन्यवाद किया। इस प्रस्ताव को सरकार के पास भेजा जाएगा, जिसके बाद जल्द ही इसका नाम बदलकर नानकपुरा हो जाएगा. 


हाल ही में जब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पानीपत आए थे तो उन्होंने कहा था कि इतिहास में जो पूर्व में गलतियां हुईं, सरकार का काम उन्हें ठीक करना है. बता दें कि 15 अप्रैल 1469 से 22 सितंबर 1539 तक गुरु नानक देव जी ने देशभर में सत्संग किया था. इस बीच वह पानीपत में भी रहे थे.