Ballabhgarh News: दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, पंजाब सहित समूचे उत्तर भारत में इन दिनों बारिश का रौद्र रूप देखने को मिला, जिसकी वजह से सभी मुख्य नदियां उफान पर हैं. हर जगह बस पानी ही पानी नजर आ रहा है. कई इलाकों में भारी बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए तो वहीं अब कुछ इलाकों में बाढ़ का पानी कम होने का बाद लोग वापस अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं. लेकिन जलप्रलय के बाद हर तरफ गंदगी का अंबार नजर आ रहा है, गंदगी और कीचड़ में पनपते मच्छरों से लोगों को बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है.


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फरीदाबाद में बाढ़ के बाद के हालात 
फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया था, जो अब अपने घरों की ओर वापस लौट रहे हैं. लेकिन बारिश के 8 दिन बाद भी यहां पानी भरा हुआ नजर आ रहा है, चारो तरफ कीचड़ और गंदगी की अंबार है, जिसमें मच्छर पनप रहे हैं और लोग इसी गंदगी के बीच एक बार फिर लोगों ने अपनी जिंदगी को पटरी पर लाने का प्रयास शुरू कर दिया है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर प्रशासन की तरफ से यहां क्या काम किए जा रहे हैं? 


चारों तरफ गंदगी, कूड़ा कीचड़ और गंदे पानी से भरे हुए माहौल में छोटे-छोटे बच्चों के साथ झुग्गी बनाकर रह रहे परिवार की महिला सदस्य से जब ZEE MEDIA की टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि इस गंदगी में रहना उनकी मजबूरी है. गंदगी में छोटे बच्चों को बीमारियों का खतरा और बढ़ जाता है, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अच्छे-अच्छे कोठी बिल्डिंग में भी लोग बीमार हो जाते हैं. हम तो गरीब हैं, गरीब के लिए भगवान होता है. 


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चूल्हे पर खाना बना रही एक अन्य महिला से जब यहां रहने के बारे में बात की गई तो उनका कहना था कि मजबूरी हो तो खाना भी बनाना पड़ता है और जीना है तो खाना भी पड़ता है. इस दौरान कई महिलाएं ऐसी भी थीं, जो कैमरे के सामने आकर कुछ भी कहने से बच रही थीं. उन्हें डर था कि ज्यादा कुछ कहने पर उनकी झुग्गी को भी प्रशासन द्वारा हटा दिया जाएगा.  


यहां फैले कूड़े के सवाल पर स्थानीय निवासी उमेश कौशिक ने बताया कि यहां कचरा काफी समय से है. बारिश होने के बाद अब यहां अब बदबू फैल गई है, जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है. इस रास्ते से निकलना मुश्किल हो गया. यहां सामने बराबर में शिव कॉलोनी, नाहर सिंह कॉलोनी और सामने सेक्टर 3 है. सरकार तक आवाज पहुंचाते हुए उमेश कौशिक कहते हैं कि इको ग्रीन की गाड़ी वहीं कचरा डालकर जाती है , उन्होंने अपना कोई स्थान नहीं बनाया हुआ है. लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है, इस पर ध्यान दिया जाए. 


बुजुर्ग कन्हैया लाल बंसल मौजूदा हालात के बारे में बताते हुए कहते हैं कि बल्लभगढ़ सेक्टर 3 का माहौल खराब हो चुका है. सभी तरफ कूड़ा फैला हुआ है, नाला भी साफ नहीं है. कम्युनिटी सेंटर से लेकर सेक्टर 3 के पेट्रोल पंप तक बुरा हाल है. बरसात के मौसम में हालत इतनी खराब हो जाती है कि आदमी का निकलना दूभर हो जाता है.


पास में ही रहने वाले चमन प्रकाश ने सामने फैले कीचड़,कूड़े के ढेर को देखते हुए कहा कि यह बल्लभगढ़ की शिव कॉलोनी है, यहां पहले सफाई थी. लेकिन अब गंदगी खत्म नहीं होती. कॉलोनी वाले आकर पूरा कूड़ा यहीं डाल दते हैं. कूड़ा गाड़ी वाले भी आकर कूड़ा डाल देते हैं. एक-दो बार शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती.


लापरवाही का आरोप
स्थानीय पार्षद दीपक चौधरी ने बताया कि 2 साल होने को आए, नगर निगम का जो सदन है वह भंग हो गया है. नगर निगम के अधिकारी बेलगाम हैं और अधिकारी सरकार की किसी बात को मानने को तैयार नहीं है. नगर निगम कमिश्नर भी ध्यान नहीं दे, जिसकी वजह से लोग काफी परेशान हैं. 


Input- Amit Chaudhary