नई दिल्ली : आईबीए विमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हरियाणा की बेटी नीतू घणघस ने भारत को पहला गोल्ड दिला दिया है. दिल्ली में खेले गए फाइनल मुकाबले में नीतू ने 45-48 किग्रा भारवर्ग में मंगोलिया की लुत्साइखान को शिकस्त दी. आखिरी समय तक मुकाबला काफी रोमांचक रहा. नीतू वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली छठवीं मुक्केबाज हैं. 


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हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने नीतू को जीत की बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया-गौरवपूर्ण क्षण! प्रसिद्ध भारतीय महिला मुक्केबाज व हरियाणा की बेटी नीतू घनघस को महिला विश्व बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं. वर्ल्ड चैंपियन बेटी की इस उपलब्धि से जहां देश-प्रदेश का नाम रोशन हुआ है, वहीं इससे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा भी मिलेगी.



अपने लगातार तीन मुकाबले रेफरी के द्वारा मुकाबला रोके जाने (REFEREE STOPS CONTEST) के आधार पर जीतने वाली नीतू (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन और पिछले साल की विश्व चैंपियनशिप की सिल्वर मेडलिस्ट और कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी. 


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पहले दौर से ही जता दिए थे इरादे 
2022 राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन नीतू घणघस ने इस चैंपियनशिप के पहले दौर में ही दक्षिण कोरिया की कांग डो-योन को आसानी से हराकर गोल्ड जीतने की ओर अपना पहला कदम बढ़ा दिया था. 22 साल की नीतू घणघस ने 2017 में गुवाहाटी में आयोजित युवा मुक्केबाजी में गोल्ड मेडल जीतकर अपने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी.


वर्ष 2018 में उन्होंने वर्ल्ड यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप (World Youth Boxing Championships 2018) में गोल्ड मेडल हासिल किया था. इसके बाद ने 2022 में बर्मिंघम (Birmingham) में हुए Commonwealth Games में भारत की झोली में पहला स्वर्ण पदक डाला था.


नीतू घणघस के बाद हरियाणा की एक और बेटी ने राज्य और देश का नाम रोशन कर दिया है. हिसार की बॉक्सर स्वीटी  बूरा (Saweety Boora) ने 81 किलोग्राम भारवर्ग में चीन की बॉक्सर को जीता गोल्ड जीत लिया है. स्वीटी ने चीन की वांग लिना पर 4-3 से जीत हासिल की. वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद स्वीटी बूरा ने कहा- घर में लोग मुझे टायसन बुलाते थे पर मैं कहती थी मैं स्वीटी बूरा के नाम से ही जानी जाऊं. उन्होंने लड़कियों को  संदेश देते हुए कहा-अपने दिल की सुनो. दुनिया आपको गिराएगी, लेकिन आपको रुकना नहीं है.