भिवानी: भिवानी में दिव्यांगों द्वारा एक अनूठी राज्य स्तरीय दिव्यांग कौशल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें हरियाणा प्रदेश के 15 जिलों से आए दिव्यांगों ने अपने हाथों से बनाए पेंटिंग, हस्तशिल्प, कपड़े, मालाएं और अन्य उपयोगी सामान का स्टॉल लगाकर उनको प्रदर्शित किया. जिन्हें देखकर इस प्रदर्शनी में पहुंचे लोगों हृस्तपद रह गए कि किस प्रकार से ये दिव्यांग शारीरिक कमी होते हुए भी अपने हाथों एक सामान्य व्यक्ति से बेहतर साबित कर रहे हैं. भारत सरकार के सामाजिक एवं अधिकारिता मंत्रालय दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग द्वारा भिवानी में दिव्यांगों को उनकी प्रतिभा का मंच उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से इस दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय दिव्यांग कौशल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. 


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दिव्यांगों की बढ़ी पेंशन
इस प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे हरियाणा दिव्यांग आयोग के आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में 1 अप्रैल 2023 से दिव्यांग पेंशन 2,500 से बढ़ाकर 2,750 रूपये मिलनी शुरू हो जाएगी. हरियाणा में अब दिव्यांग पेंशन का दायरा बढक़र एक लाख दिव्यांगों तक पहुंच गया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने हाल ही में जारी किए गए बजट में दिव्यांगों के लिए 5 लाख रूपये मदद का प्रावधान किया है. जो व्यक्ति कार्य करते हुए दिव्यांग हो जाता है तो उस दिव्यांग को और किसी दिव्यांग की दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनके परिजनों को पांच लाख रूपये की सहायता राशि दी जाएगी. 



दिव्यांगों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मिला मौका
भिवानी में प्रदेश स्तरीय दिव्यांग कौशल प्रदर्शनी में दिव्यांगों ने हाथ से निर्मित विभिन्न वस्तुओं की स्टॉल्स के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया कि वे भी समाज की मुख्य धारा से जुड़े है. हर काम करने मे सक्षम हैं. इस मौके पर दिव्यांगों ने कहा कि इस प्रदर्शनी में पहुंचकर उन्हें अपने पर गर्व हो रहा है कि उनकी बनाई हस्तशिल्प की वस्तुओं को यहां प्रदर्शित करने का अवसर मिला है. वे इस प्रकार की प्रदर्शनी में पहुंचकर अपने आप को दिव्यांग नहीं, बल्कि पूर्णतया सक्षम मानते है. वहीं दिव्यांग आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने प्रदर्शनी में विभिन्न स्टॉल का अवलोकन कर दिव्यांगों की हौसलाफजाही की और उनके द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा में दिव्यांगों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए इस पहले राज्य स्तरीय दिव्यांग मेले का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि इस मेले में 15 जिलों के दिव्यांग हिस्सा ले रहे है. वहीं आठ जिलों के दिव्यांगों ने अपने हाथों से निर्मित वस्तुएं, पेंटिंग, हस्तशिल्प कपड़े आदि का प्रदर्शन किया है, जिसे भविष्य में हरियाणा दिव्यांग आयोग द्वारा व्यवसायिक रूप दिया जाएगा, ताकि दिव्यांगजनों की आय वास्तविक रूप से बढ़ाई जा सकें. उन्होंने कहा कि हरियाणा में दिव्यांगों को नौकरी में चार प्रतिशत आरक्षण भी दिया जा रहा है.


भिवानी के उप जिला शिक्षा अधिकारी नरेश मेहता ने राज्य स्तरीय दिव्यांग कौशल प्रदर्शनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा सभी बच्चों को इन्क्यूसिव एजुकेशन के माध्यम से सामान्य बच्चों के साथ दिव्यांगों को पढ़ाने का अभियान चलाया हुआ है. ऐसा इसलिए किया गया जिससे कि दिव्यांग कही भी अपने आप को असक्षम महसूस न करें. इसके साथ ही दिव्यांगों के कौशल को बढ़ावा देने के लिए भी शिक्षा विभाग नए अभियान चलाता रहा है. वहीं कार्यक्रम में पहुंचे समाजसेवी सुरेंद्र लोहिया और सचिन ने बताया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में उन्हे नहीं लगता है कि दिव्यांग किन्ही भी मायनों में पीछे है. इस राज्य स्तरीय प्रदर्शनी को देखकर लगता है कि दिव्यांगजनों में एक विशेष प्रतिभा होती है, जिसको आज उन्होंने हस्तशिल्प, पेंटिंग व अन्य निर्मित वस्तुओं के माध्यम से दर्शाया है. 


Input: नवीन शर्मा