Nitish Kumar Resignation: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राज्यपाल से मिलकर सीएम पद से इस्तीफा सौंप दिया. नीतीश कुमार आज सुबह बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आरलेकर से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपा. राजनीतिक पंडितों की मानें तो आज शाम ही भाजपा के साथ मिलकर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वहीं दूसरी ओर बिहार के बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े  ने भी पटना दफ्तर में बीजेपी विधायकों के साथ बैठक बुलाई. साथ ही उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए इस बात की जानकारी दी कि बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी विधायक दल के नेता तो वहीं विजय सिन्हा विधायक दल के उपनेता होंगे.


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"स्थिति ठीक नहीं लगी तो वापस गए"
इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, " आज हमने मुख्मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और सरकार समाप्त करने का प्रस्ताव भी राज्यपाल को दिया है. उन्होंने कहा कि पहले गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाए थे, लेकिन इधर आकर स्थिति ठीक नहीं लगी. इसलिए आज हमने इस्तीफा दे दिया और अलग हो गए. उन्होंने इंडिया गठबंधन का बिना नाम लिए कहा कि हम लोग इतनी मेहनत करते थे और सारा क्रेडिट दूसरे लोग ले जाते थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब हम नए गठबंधन में जा रहे हैं. अब आगे जो भी फैसला होगा, वो बताएंगे.


आज शाम तक बन सकती है नई सरकार
बिहार राजभवन में नई सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारियां चल रही हैं. बताया जा रहा है कि आज शाम को ही बिहार में नई सरकार का गठन हो सकता है. वहीं, दूसरी ओर सूत्रों के हवाले से यह भी खबर सामने आ रही है कि बिहार में बीजेपी के दो उप मुख्यमंत्री होंगे. हालांकि ये आंकलन तो पहले से ही लगाए जा रहे थे कि बिहार में एक मुख्यमंत्री तो वहीं दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे, लेकिन आज सुबह विनोद तावड़े की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद से इसपर लगभग मुहर ही लग गई, जब उन्होंने विधायक दल के नेता के तौर पर सम्राट चौधरी तो वहीं उपनेता के तौर पर विजय सिन्हा के नाम का ऐलान किया.


क्या है बिहार में सीटों का मौजूदा समीकरण
अगर बिहार में सीटों के मौजूदा समीकरण की बात की जाए तो सीटों के हिसाब से राज्य में फिलहाल सबसे बड़ी पार्टी राजद है. राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद के पास फिलहाल 79 विधायक हैं तो वहीं दूसरे नंबर की पार्टी भाजपा है. बिहार विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के कुल 78 विधायक हैं. सरकार बनाने के लिए दोनों ही पार्टियों के पास पर्याप्त विधायकों की संख्या नहीं है. ऐसे में नीतीश कुमार के 45 विधायक ही राज्य की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं. इस वजह से नीतीश का साथ जिस भी पार्टी के साथ होता है. बिहार में उस पार्टी की सरकार बनती है.