नई दिल्ली: आए दिन आप कैश और ज्वेलरी ठगी की खबरें सुनते होंगे, लेकिन केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक कार्रवाई के बाद एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. सोमवार को CBI ने एक गैंग का खुलासा करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर 100 करोड़ में राज्यपाल के रूप में नियुक्ति और राज्यसभा में सीट देने का आश्वासन देकर लोगों से ठगी करने का आरोप है. 


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CBI ने जिन 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें कमलाकर प्रेमकुमार बंदगर, अभिषेक बूरा, मोहम्मद एजाज खान, रवींद्र विट्ठल नाइक के रूप में हुई है. सीबीआई ने बताया उन्हें एक गुप्त सूचना मिली थी कि महाराष्ट्र के कमलाकर प्रेमकुमार बंदगर नाम के एक व्यक्ति ने अपनी पहचान सीबीआई मुख्यालय, नई दिल्ली में तैनात अधिकारी के रूप में बताकर अन्य लोगों के साथ मिलकर लोगों को ठगने के लिए एक आपराधिक साजिश रची. आरोपियों ने आम लोगों को राज्यसभा में सीट दिलाने, राज्यपाल के रूप में नियुक्ति, केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों के तहत विभिन्न सरकारी संगठनों में अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के लिए मोती रकम वसूलने का प्लान बनाया. 


सूत्रों के मुताबिक कमलाकर अपने साथियों के साथ मिलकर राज्यसभा के लिए उम्मीदवारी का आश्वासन देने के नाम पर 100 करोड़ रुपये ठगी करने की कोशिश कर रहे थे. 


शिकार को इस तरह फंसाते थे
शिकार को फंसाने के लिए गिरोह अक्सर वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनीतिक पदाधिकारियों के नाम लेकर कोई काम कराने या अभिषेक बूरा, कमलाकर प्रेमकुमार बंदगर जैसे बिचौलियों के माध्यम से करवाने की बात बदमाश करते थे. सीबीआई अधिकारी बनकर आरोपी अपनों के खिलाफ चल रहे मामलों की जांच को प्रभावित करने के लिए पुलिस थानों में तैनात अधिकारियों तक को धमका देते थे.


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