चाइनीज मांझे ने फिर काटी जीवन की डोर, बैन के बावजूद अवैध बिक्री पर आखिर कब लगेगी रोक
एनजीटी (NGT) ने 2017 में चाइनीज मांझे की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था. इसमें पतंग उड़ाने के लिए नायलॉन, प्लास्टिक और अन्य तरह के सिंथेटिक सामान से तैयार मांझों की बिक्री, उत्पादन, स्टोरेज, सप्लाई और उसे आयात करने पर पूरी तरह बैन लगाया है.
नई दिल्ली: एनजीटी (NGT) ने 2017 में चाइनीज मांझे की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था. इसमें पतंग उड़ाने के लिए नायलॉन, प्लास्टिक और अन्य तरह के सिंथेटिक सामान से तैयार मांझों की बिक्री, उत्पादन, स्टोरेज, सप्लाई और उसे आयात करने पर पूरी तरह बैन लगाया है. इसके बाद भी राजधानी में धड़ल्ले से चाइनीज मांझे की बिक्री हो रही है. इस कारण हर साल कोई न कोई घटना हो जाती है. इस तरह का ही एक मामला सामने आया है, जहां चाइनीज मांझे की चपेट में आने से बाइक सवार युवक का गला कट गया. इसके बाद घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने लापरवाही से मौत की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. मृतक की पहचान 32 साल के सुमित रंगा के तौर पर हुई है.
ये भी पढ़ें: पहले तिहाड़ में भूख हड़ताल अब इलाज कराने में आनाकानी, जानिए ऐसा क्यों कर रहा है यासीन मलिक
सुमित की बुराड़ी में हार्डवेयर की दुकान है. वह सोमवार रात हर रोज की तरह दुकान बंद करके बाइक से अपने घर के लिए जा रहा था कि विट्स कॉलेज के पास पहुंचे ही था कि कभी फ्लाईओवर के ऊपर पतंग का मांझा उनके गले में लिपट गया. बाइक की रफ्तार तेज होने की वजह से गला कट गया. सूचना पर पुलिस और कैट्स एंबुलेंस की टीम पहुंची और सुमित को सरोज अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने सुमित को मृत घोषित कर दिया.
सुमित रंगा अपने परिवार के साथ रोहिणी के अवंतिका में रहता था. उनके परिवार में माता-पिता और सुमित की पत्नी शाम के वक्त सुमित का इंतजार कर रहे थे. सोमवार शाम सुमित को घर नहीं पहुंचा, लेकिन जो खबर पहुंची उसने पूरे परिवार को हिला कर रख दिया. सुमित अपने परिवार का इकलौता बेटा था. सोमवार रात सुमित के परिवार को जानकारी दी गई कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया और जब परिवार अस्पताल पहुंचा तो मालूम हुआ कि सुमित की मौत हो चुकी है. करीब 3 साल पहले ही सुमित की शादी हुई थी.
चाइनीज मांझे से अब तक हुई इतनी मौतें
11 मई, 2022: को मेरठ के एक युवक की चाइनीज मांझे से मौत हो गई. युवक बाइक पर था. बाइक की स्पीड जादा होने के कारण उसी समय मांझे से युवक की गर्दन बिल्कुल अलग हो गई.
16 अगस्त, 2021: को मंगोलपुरी इलाके में एक 23 साल के लड़के की मांझे की चपेट में आने से मौत हो गई.
14 अगस्त, 2021: को मंगोलपुरी फ्लाईओवर से उतरने के दौरान नजफगढ़ निवासी सौरभ दहिया के गले में चाइनीज मांझा फंस गया, जिससे उनकी मौत हो गई.
12 जुलाई, 2019: को बदरपुर फ्लाईओवर पर 3 साल की बच्ची दीप्ति अपने चाचा के साथ बाइक पर थी. मांझा चाचा की गर्दन में फंसा तो बैलेंस बिगड़ा और बाइक फ्लाईओवर से नीचे गिर गई. इस कारण दीप्ति की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
15 अगस्त, 2019: को पश्चिम विहार निवासी सिविल इंजीनियर मानव शर्मा (28) बहन के घर से बाइक पर लौट रहे थे. इस दौरान पश्चिम विहार स्थित एलिवेटेड फ्लाईओवर पर एक उड़ती पतंग के मांझे ने गला चीर दिया.
25 अगस्त, 2019: सोनिया विहार से एक परिवार अपनी बाइक पर मंदिर जा रहा था. 5 साल की बच्ची इशिका पिता के साथ बाइक के आगे बैठी थी. रास्ते में पतंग के मांझे ने पांच साल की मासूम बच्ची का गला रेत दिया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई.