पीयूष गौड़/गाजियाबाद: गाजियाबाद में 27 साल के युवक को अपनी जान सिर्फ इस वजह से गवानी पड़ी, क्योंकि वह दो पक्षों में झगड़ा रुकवाने गया था. विनय नाम का यह युवक सुबह 4 बजे से रात के 10 बजे तक काम करता था. मां-बाप की इकलौती औलाद और पूरे घर का खर्चा वो ही चलाता था. अब इसके परिवार ने मीडिया के माध्यम से सरकार से सहारे की आस लगाई है.


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गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद के एलआर कॉलेज के पास विनय मिश्रा के परिजनों की मानें तो दो पक्षों के बीच झगड़ा हो रहा था. उसी दौरान विनय मिश्रा वहां पहुंचा और उसने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन झगड़ा करने वाले उल्टे विनय मिश्रा पर ही हमला बोल दिया. उसको जमकर मारा पीटा. झगड़ा होने के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 2 दिन बाद यानी आज 6 तारीख को विनय मिश्रा की सांस उसका साथ छोड़ गई. हालांकि पुलिस ने इस मामले में 4 तारीख में ही 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.


बेटे के जाने के बाद परिवार में मातम का माहौल है. परिवार के मुताबिक विनय मिश्रा सुबह 4 बजे उठकर मंडी जाया करता था. जहां वह अकाउंट का काम देखता था. उसके बाद दोपहर में आकर शाम को वह जिम में ट्रेनिंग दिया करता था, जहां से रात को करीब 10 बजे लौटता था कि पूरे घर की जिम्मेदारी यहां तक कि फ्लैट की ईएमआई भी विनय के ही जिम्मे थी. विनय के माता-पिता परेशान है कि उनका जीवन यापन कैसे होगा. उन्होंने मीडिया के माध्यम से सरकार से गुहार भी लगाई है. पुलिस का कहना है कि आरोपी युवकों पर अब हत्या का मुकदमा चलेगा. पुलिस को फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद वह आगे की कार्रवाई करेगी.