Work From Home के नाम पर दुबई से फ्रॉड, फर्जी कॉल सेंटर से 2 महीने में 6 करोड़ की ठगी
अगर आप वर्क फ्रॉम होम (Work Frome Home) की चाह रखते है तो ये खबर आपके लिए है. घर बैठे नौकरी देने का झांसा देकर बेरोजगार युवाओं को अपने ठगी के जाल में फंसा कर करोड़ो की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश नॉर्थ जिले के साइबर पुलिस ने किया है.
राजू राज/ नई दिल्ली: अगर आप वर्क फ्रॉम होम (Work Frome Home) की चाह रखते है तो ये खबर आपके लिए है. घर बैठे नौकरी देने का झांसा देकर बेरोजगार युवाओं को अपने ठगी के जाल में फंसा कर करोड़ो की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश नॉर्थ जिले के साइबर पुलिस ने किया है. पुलिस ने इस गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि इस गैंग का मास्टरमाइंड दुबई (Dubai) में बैठा है. ठगी के पैसों को हवाला के जरिए मास्टरमाइंड तक पहुंचाया जाता था.
पुलिस को 20 अकाउंट के बारे में पता चला है और अभी तीन बैंक अकाउंट का डिटेल्स सामने आया है. इन तीन अकाउंट में पिछले दो महिने के अंदर 6 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है. इस गैंग को दुबई में बैठे गुलाटी नाम का एक शख्स चला रहा था. सिर्फ भारत में ही नहीं यह गैंग दूसरे देशों के बेराजगार युवाओं के साथ भी वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगी कर रहा था. पुलिस ने इस गैंग के चार आरोपी प्रदीप ,अमित केडिया, सचिन गुप्ता, रोहित जैन को गिरफ्तार किया है.
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आरोपी सचिन गुप्ता और रोहित जैन दुबई में गुलाटी के जरिये काम सिख कर आए और फिर इन दोनों ने दूसरे आरोपियों को अपने साथ इस काम मे हायर किया.
प्रदीप और अमित केडिया मजदूर और गरीब लोगों के पेपर लेकर उनके नाम पर बैंक में एकाउंट खुलवाने का काम करता था. अकाउंट के नाम पर 4000 पर महिने के हिसाब से पैसे देता था. जब पुलिस ने इनके यहां छापेमारी की तो इनके पास से नोट गिनने वाली मशीन भी बरामद की गई है.इसके साथ ही 12 मोबाईल फोन, 22 सिम कार्ड, 20 खाली फोन के डिब्बे, 50 हजार कैश, 17 एटीएम कार्ड बरामद किए है.
दरअसल माही नाम की एक लड़की ने दिल्ली पुलिस से शिकायत की कि उसके साथ दो दिन के अंदर तीन लाख की ठगी की गई है. माही ने पुलिस को बताया कि वो नौकरी दिलाने वाले वेबसाइट पर अपना बायो डेटा डाला था और उसी दौरान उसके Whatsapp पर फिलिपींस के नंबर से फोन आया कि अगर आप घर बैठे नौकरी कर पैसा कमाना चाहते है. तो आप जुड़ सकते है. और जैसे ही माही ने ok किया उसके पास एक लिंक आया और लिंक के जरिए टास्क दिया गया ये लिंक ऐमजॉन का फेक लिंक था और इस लिंक के जरिए प्रोडक्ट ऑर्डर करने काम दिया गया. जिस समान का ऑर्डर दिया गया उसका पेमेंट भी खुद करना था और उस प्रॉडक्ट का 10 प्रतिशत कमीशन आपके वर्चुअल वॉलेट पर दीखता था. पहली बार में 10 प्रतिशत कमीशन आया लेकिन वर्चुअल. इसी लालच में माही ने 3 लाख 15 हजार के उस लिंक के जरिए पैसे डाल दिए.
शिकायत मिलने के बाद पुलिस जब इस गैंग तक पहुंची तो पता चला कि एक्सपोर्ट इंपोर्ट नाम की एक कंपनी रजिस्टर्ड है. लेकिन इस नाम की कंपनी की आड़ में एक अवैध रूप से कॉल सेंटर दिल्ली के अशोक विहार इलाके में चल रहा है. इस गैंग में काम करने वाले लोग गरीब लोगों से उनके डॉक्यूमेंट लेकर बैंक में करंट अकाउंट खुलवाते थे. ताकि ठगी का पैसा उस अकाउंट में आए. फिर उस पैसे को हवाला के जरिए दुबई भेजा जाता है. हालाकि इस केस की जांच शुरुआती दौर पर है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेंगे ठगी का दायरा काफी दूर तक जाएगा.