नई दिल्लीः मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने आज से दिल्ली के स्कूली छात्रों के लिए ''गणित शीतकालीन शिविर'' की शुरुआत की है. इसकी शुरुआत जंगपुरा स्थित सर्वोदय कोएड विद्यालय, नेहरू नगर स्थित सरकारी कोएड SSS और दयानंद रोड स्थित एसकेवी में की गई है. इस दौरान मौजूद दिल्ली सरकार की सलाहकार रीना गुप्ता ने कहा कि यह शिविर छात्रों के लिए सीखने में आ रही कमियों और पूरे शैक्षणिक वर्ष में सामने आने वाली चुनौतियों पर काम करने का अवसर होगा.


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दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 9वीं के छात्रों को शिविर में मूलभूत अवधारणाओं को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त शिक्षण सहायता प्रदान की जाएगी. इसे पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है. दिल्ली सरकार इससे मिले परिणामों का आंकलन अन्य स्कूलों में विस्तार के लिए करेगी. दिल्ली सरकार के स्कूलों में यह शिविर 2 जनवरी से 14 जनवरी 2023 तक आयोजित किया जाएगा. इस पहल से कक्षा 9वीं के छात्रों के सीखने के स्तर में सुधार होगा और संक्षिप्त परीक्षा केंद्रित रिवीजन हो सकेगा.


शीतकालीन अवकाश के दौरान शिविर में छात्रों को गणित से जुड़ी मूल अवधारणाओं को समझने में मदद मिलेगी. इस पहल के बारे में बात करते हुए रीना गुप्ता ने कहा कि हमारे छात्रों में अपार क्षमता है और गणित शीतकालीन शिविर जैसे कार्यक्रम गणित के डर को दूर करने के लिए अनुकूल वातावरण बनाएंगे. छात्रों में अपनी वार्षिक परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए उत्साह पैदा होगा. इसके अलावा यह अवसर है पूरे शैक्षणिक वर्ष में सीखने के आए अंतराल पर काम करने का.


छात्रों की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए शिविर में संख्या प्रणाली, चतुर्भुज, क्षेत्रमिति सहित पाठ्यक्रम से जुड़े अन्य अध्यायों को पढ़ाया जाएगा, जिनमें छात्र कमजोर हैं. छात्रों में रुचि पैदा करने और गणित के डर को दूर करने के लिए अध्यापक अभिनव शिक्षण, अभ्यास और गणित की पहेलियों का सहारा लेंगे, जो की छात्रों को गणित में मजबूत करेंगे. इसके अलावा महत्वपूर्ण सूत्रों को संशोधित करेंगे जो छात्रों के लिए कक्षा 12 तक फायदेमंद रहेंगे.


दिल्ली सरकार कोविड-19 से आए शिक्षण अंतराल पर काबू पाने में छात्रों की कर रही मदद


सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए दिल्ली सरकार कोविड-19 से आए दो साल के सीखने के अंतर को पाटने की दिशा में काम कर रही है. मिशन बुनियाद जैसी पहल दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में लागू की जा रही हैं, जिसका उद्देश्य कक्षा 3 से 9 तक के बच्चों के पढ़ने,  लिखने और बुनियादी गणितीय क्षमताओं में सुधार करना है. कोविड-19 का प्रभाव ऐसा रहा है कि छात्र गणित और विज्ञान जैसे विषयों की पढ़ाई को लेकर परेशान रहते हैं. ऐसे में सरकार ने छात्रों के लिए गणित में बुनियादी बातों और नींव को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया है. इसलिए छात्रों को आगामी वार्षिक परीक्षा की तैयारी करने और विषयों का सामना करने में सहायता करने के लिए सरकार ने गणित शीतकालीन शिविर शुरू किया है.