Delhi News: दिल्ली में हथिनिकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिस कारण खादर इलाकों में यमुना का पानी घुस गया है. ऐसे में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी रखते हुए, केजरीवाल सरकार ने यमुना के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अपने राहत शिविरों में शिफ्ट किया है. जहां लोगों को खाना, साफ पानी, शौचालय, मेडिकल सहित अन्य जरुरी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं. ऐसे में राहत और बचाव संबंधी सभी तैयारियों का जायजा लेने के लिए राजस्व मंत्री आतिशी ने बुधवार को मयूर विहार व मिलेनियम डिपो स्थित केजरीवाल सरकार के बाढ़ राहत शिविर का दौरा किया और लोगों से बातचीत की.


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मदद करने की हमारी है जिम्मेदारी
राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि, बाढ़ कुदरत का कहर है, लेकिन सरकार के रूप में हमारी जिम्मेदारी इससे प्रभावित होने वाले लोगों की मदद करना और उन्हें हर जरुरी सुविधाएं मुहैया करवाना है. इस दिशा में खादर इलाकों से लोगों को निकालने के साथ हमने उनके लिए राहत शिविर लगाए हैं. उन्होंने कहा कि इन शिविरों में लोगों के रहने, खाने-पीने, मेडिकल सहित अन्य तमाम व्यवस्था सुनिश्चित की गई हैं. खासतौर पर इन कैम्पों में बहुत से बच्चे भी हैं, जिनके लिए मेडिकल सुविधा सुनिश्चित की गई हैं. साथ ही गर्मी के कारण यहां प्रशासन को पंखे लगाने व अन्य जरुरी सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश दिए हैं.


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प्रशासन को दिए निर्देश
राजस्व मंत्री आतिशी ने बाढ़ पीड़ितों से भी चर्चा की और प्रशासन को निर्देश दिए कि स्थानीय दिल्ली सरकार के स्कूलों से बात कर इन शिविरों में रह रहे बच्चों को उन स्कूलों में पढ़ने के लिए भेजा जाए ताकि बच्चों की पढाई न रुके. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शिविरों में हर जरुरी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं और ध्यान रखा जाए कि यहां रह रहे लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े.


सीएम ने बुलाई थी बैठक
मीडिया से साझा करते हुए राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि पूरी दिल्ली में जहां-जहां यमुना के तटबंध हैं, उन्हें और मजबूत बनाया जा रहा है ताकि वे टूटे न साथ ही राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. बढ़ते जलस्तर को लेकर कड़ी नजर बना रखी है और आगे की तैयारियां कर रहे है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के इतिहास में यमुना का जलस्तर कभी इतना नहीं पहुंचा है. ऐसे में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी ने आज शाम एक आपातकालीन बैठक बुलाई है, जिसमें बाढ़ और राहत तथा बचाव से संबंधित सभी तैयारियों की समीक्षा की जाएगी.


हरियाणा है जिम्मेदार
उन्होंने कहा कि, दिल्ली में यमुना का बढ़ता जलस्तर का कारण हरियाणा से छोड़ा जा रहा पानी है. यदि हथिनिकुंड बैराज से पानी को धीरे-धीरे नहीं छोड़ा जाएगा तो खादर के साथ-साथ यमुना का पानी आबादी वाले इलाकों में भी पहुंच सकता है. इसको लेकर हम केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार से बात करेंगे. बता दें कि, यमुना खादर इलाके के लोगों को केजरीवाल सरकार के शिविरों में रेस्क्यू कर लाया जा रहा है. दिल्ली के 6 डिस्ट्रिक्ट्स में करीब 2500 शिविर बनाए गए हैं. पूर्वी दिल्ली बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हैं. ऐसे में यहां करीब 1700 से ज्यादा शिविर स्थापित किए गए हैं. नार्थ ईस्ट और साउथ ईस्ट में करीब 200 शिविर हैं.