Delhi Flood: बांध टूटने से मुनक नहर का पानी दिल्ली के रिहायसी इलाकों में घुसा, मौके पर पहुंची NDRF
मुनक नहर का बैराज लगभग आधी रात को टूट गया. कॉलोनी के हर ब्लॉक में पानी घुस गया है. प्रशासन खासकर सिंचाई विभाग बहाव को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा है. पूरे इलाके में पानी भरने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
Delhi News: उत्तरी दिल्ली के बवाना क्षेत्र में गुरुवार को मुनक नहर का कैरियर लाइन्ड चैनल टूटने के बाद पानी जेजे कॉलोनी समेत आसपास के इलाकों में घुस गया है. जिससे बाढ़ की स्थिति बन गई. सूचना मिलने के बाद राहत बचाव कार्य के लिए NDRF को भेज दिया गया. गुरुवार सुबह दिल्ली बाढ़ नियंत्रण मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज WHO बिल्डिंग के पास ड्रेन नंबर 12 के पास स्थिति का जायजा लेने के लिए पहुंचे.
उन्होंने कहा कि उन्हें बुधवार रात को तटबंध टूटने की जानकारी मिली थी. हरियाणा से पानी लाने वाले सीएलसी (कैरियर लाइन्ड चैनल) बवाना में है, जिसके टूटने से ये स्थिति पैदा हुई. उन्होंने बाढ़ विभाग के मुख्य अभियंता को मौके पर जाकर दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों की मदद करने को कहा. सौरभ भारद्वाज ने कहा अगर बाढ़ विभाग किसी भी तरह से जल बोर्ड की मदद कर सकता है तो हम करेंगे.
बाढ़ रोकने के लिए 5 मीटर चौड़ा तटबंध
बाढ़ विभाग की तैयारियों पर बोलते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, पिछली बार यमुना का जलस्तर इतना बढ़ गया था कि पानी बैराज तोड़कर शहर में घुस गया था. इस साल बाढ़ नियंत्रण के लिए विभाग ने अच्छी तैयारी की है. नई मशीनरी लगाई जा रही है और चट्टानों का एक तटबंध बनाया गया है जो 5 मीटर चौड़ा है. मुझे उम्मीद है कि इस साल यमुना का पानी शहर में नहीं घुसेगा.
कल से चालू हो जाएगी मुनक नहर
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने एक्स पर पोस्ट किया, आज गुरुवार सुबह मुनक नहर की एक ब्रांच में दरार आ गई. दिल्ली जल बोर्ड हरियाणा सिंचाई विभाग के साथ मिलकर काम कर रहा है, जो मुनक नहर का रखरखाव करता है. पानी को नहर की दूसरी उप-शाखा में भेज दिया गया है. मरम्मत का काम दोपहर तक पूरा हो जाएगा. नहर कल से चालू हो जाएगी.
जेजे कॉलोनी के निवासी आलम ने कहा कि मुनक नहर का बैराज लगभग आधी रात को टूट गया. कॉलोनी के हर ब्लॉक में पानी घुस गया है. प्रशासन खासकर सिंचाई विभाग बहाव को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा है. पूरे इलाके में पानी भरने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.