Bio-Decomposer Spray: राजधानी दिल्ली में ठंड की दस्तक के साथ ही प्रदूषण भी बढ़ने लगता है, जिसकी मुख्य वजह पराली होती है. दरअसल ठंड की शुरुआत के साथ ही किसान खरीफ की फसलों की कटाई के बाद खेत में बचे पुआल को जलाकर खेत को बुवाई के तैयार करते हैं, जिसकी वजह से काफी तेजी से प्रदूषण बढ़ता है. इसे रोकने के लिए आज से दिल्ली सरकार द्वारा डी-कंपोजर के छिड़काव  की शुरुआत की जाएगी. 


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आज से दिल्ली सरकार खेतो में मुफ्त बायो डी कंपोजर घोल का छिड़काव कराएगी. इसके लिए दिल्ली के बुराड़ी इलाके कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. डी-कंपोजर के छिड़काव से प्रदूषण को रोकने में भी मदद मिलेगी. 


दिल्ली सरकार ने किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए 5 हजार एकड़ में डी-कंपोजर का छिड़काव करेगी. इसके लिए 21 टीमों का गठन भी किया गया है. ये
टीम लोगों को डी-कंपोजर के छिड़काव के लिए जागरूक करेगी, साथ ही किसानों का रजिस्ट्रेशन भी करेगी. दिल्ली के साथ ही पंजाब में भी पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ क्षेत्रों में मुफ्त डी-कंपोजर का छिडक़ाव किया जाएगा. 


तेजी से बढ़े पराली जलाने के मामले
दिल्ली में डी-कंपोजर के छिड़काव के पहले ही पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में तेजी आई है. पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से धान की फसल की कटाई देर से शुरू हुई. अब तक राजधानी और उसके आस-पास के राज्यों में धान की कटाई के बाद पराली जलाना शुरू कर दिया गया है. अब तक पराली जलाने की 1,695 घटनाएं सामने आई हैं. 


हरियाणा में जहरीली हुई हवा
पराली की वजह से हरियाणा में प्रदूषण तेजी से बढ़ा है. हरियाणा के फरीदाबाद में AQI- 286, गुरुग्राम  में AQI- 232, फतेहाबाद में AQI-210 और कुरुक्षेत्र में AQI-204 दर्ज किया. आने वाले दिनों में हरियाणा और पंजाब की पराली का असर दिल्ली में देखने को मिलेगा, यहां की आबोहवा और ज्यादा जहरीली हो सकती है.