Delhi Pollutuion: दिल्ली में प्रदूषण से बुरा हाल, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से मांगा जवाब
न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने दिल्ली सरकार से कहा कि वह प्रदूषण से निपटने और शहर में पटाखों पर प्रतिबंध लागू करने के लिए उठाए गए कदमों पर हलफनामा दाखिल करे.
Delhi Pollutuion: दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार को भी बहुत खराब श्रेणी में बना रहा, राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर धुंध की एक पतली परत छाई रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार मंगलवार सुबह 8 बजे दिल्ली का एक्यूआई 384 दर्ज किया गया.
कई इलाकों में 400 पार प्रदूषण
सफर इंडिया के अनुसार, मंगलवार सुबह दिल्ली के कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता 400 का आंकड़ा पार कर गई, जिससे यह गंभीर श्रेणी में पहुंच गई. सोमवार को सुबह करीब 7 बजे मुंडका में एक्यूआई 416, विवेक विहार में 424, अशोक विहार में 418, न्यू मोती बाग में 414, आनंद विहार में 457, रोहिणी में 401 और द्वारका सेक्टर 8 में 404 दर्ज किया गया. इसी दौरान पूसा में एक्यूआई 364, आरके पुरम में 396, आईटीओ में 343 लोधी रोड पर 346 और नरेला में 390 दर्ज किया गया. एक्यूआई को '200 और 300' के बीच 'खराब', '301 और 400' के बीच 'बहुत खराब', '401-450' के बीच 'गंभीर' और 450 और इससे ऊपर 'गंभीर प्लस' माना जाता है.
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सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा सवाल
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को दिल्ली सरकार से पूछा कि दिवाली समारोह के दौरान वायु प्रदूषण को कम करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध का उल्लंघन कैसे हुआ. न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने दिल्ली सरकार से कहा कि वह प्रदूषण से निपटने और शहर में पटाखों पर प्रतिबंध लागू करने के लिए उठाए गए कदमों पर हलफनामा दाखिल करे.
पीठ ने पाया कि समाचार पत्रों में व्यापक रूप से ऐसी खबरें हैं कि पटाखों पर प्रतिबंध लागू नहीं किया गया और कहा कि वह चाहती है कि दिल्ली सरकार तुरंत जवाब दे कि पटाखों पर प्रतिबंध को शायद ही लागू किया गया हो. इसने दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस आयुक्त को हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया कि वे इस बात पर प्रकाश डालें. वे क्या कदम उठाने का प्रस्ताव रखते हैं ताकि अगले साल ऐसी स्थिति न आए. सुनवाई के दौरान, अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) अर्चना पाठक दवे ने भी पीठ को बताया कि इस साल दिवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंधों का बिल्कुल भी पालन नहीं किया गया. वहीं कहा कि एक रिपोर्ट है जो दिवाली के दिन वायु प्रदूषण में भारी वृद्धि का सुझाव देती है, जिसमें प्रदूषण का प्रतिशत 10 प्रतिशत से बढ़कर 27 प्रतिशत हो गया.