Delhi Loot News: दिल्ली में 30 अक्टूबर को लगभग शाम 4 बजे थाना करोल बाग के बीडन पुरा स्थित ज्वेलरी ऑफिस में डकैती होने की सूचना मिली. सूचना मिलने पर पुलिस टीम पहुंची जहां शिकायतकर्ता श्री. ज्वैलर्स के अकाउंटेंट मुकेश ने बताया कि वह यह कारोबार संभालते थे, जबकि उनके मालिक ज्यादातर नारायण लोहा मंडी के ऑफिस में  दिल्ली में दूसरे बैठते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने बताया कि डकैती के समय 39 लाख रुपये नकद ऑफिस में मौजूद थे. दोपहर करीब 3 बजे 3 अज्ञात व्यक्ति जबरदस्ती ऑफिस में घुस आए और उसे कैबिन में रोक लिया. उन्होंने जबरदस्ती उसका मोबाइल फोन छीन लिया और उसे सेलो टेप और रस्सी की मदद से बांध दिया. जिसके बाद उन्होंने नकदी की तलाश में तोड़फोड़ की, 39 लाख रुपये नकद को तीन बैगों में भरकर वहां से भाग गए. जिसके बाद क्राइम टीम और फोरेंसिक टीम मौके को बुलाया गया और ज्वेलरी ऑफिस का निरीक्षण करने पर, लुटेरों द्वारा इस्तेमाल की गई रस्सी के टुकड़े, दस्ताने और सेलो टेप (जोमैटो चिह्नित) मौके पर पाए गए. घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे पड़ोसियों, पीड़ित और दुकान मालिक से पूछताछ की गई.


जांच के दौरान स्थानीय लोगों से पूछताछ और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद पता चला कि 3 व्यक्ति शिकायतकर्ता के ऑफिस में दाखिल हुए, जबकि उनके दो सहयोगी रेकी के लिए सड़क पर थे.  एक सीसीटीवी फुटेज में अपराध में प्रयुक्त मोटर साइकिल का रजिस्ट्रेशन नंबर कैद मिला, लेकिन वह साफ नजर नहीं आ रहा था. कड़ी मशक्कत के बाद मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन नंबर DL-3SER 9899 स्प्लेंडर निकला. जांच करने पर मोटरसाइकिल राजेश कुमार सैनी निवासी शास्त्री मार्केट झुग्गी साउथ मोती बाग दिल्ली के नाम पर पंजीकृत पाई गई.


ये भी पढ़ें: GRAP-3 के नियमों का नहीं हो रहा पालन, प्रदूषण कर रही कंपनी पर नहीं हो रही कार्रवाई


करोल बाग थाने के SHO नेतृत्व में टीम शास्त्री मार्केट झुग्गी घंटों तक क्षेत्र को पूछताछ करने के बाग मोटरसाइकिल और उपलब्ध पते का पता लगाने में सक्षम रही. पते की पहचान करने और आवश्यक जानकारी एकत्र करने के बाद छापेमारी की गई और राजू सैनी और दीपक कुमार नामक दो व्यक्तियों को पकड़ा गया और मामले को लेकर पूछताछ की गई.


निरंतर पूछताछ पर करने के बाद दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ अपराध को अंजाम दिया और लूटी गई नकदी के बारे में भी खुलासा किया. उनकी निशानदेही पर दो अन्य सह-आरोपियों दीपेंद्र कुमार और कमल को पकड़ लिया गया और 15 लाख रुपये नकद, एक खंजर, दस्ताने, रस्सी के टुकड़े और जोमैटो सेलो टेप बरामद किए गए है. 


पूछताछ के दौरान आरोपी राजू ने बताया कि वह जिला बिजनौर, यूपी का रहने वाला है. उसका दोस्त दीपक कुमार चौहान उर्फ ​​टाटू यूपी परिवहन निगम में ड्राइवर के पद पर काम करता है, जिसने पूरी साजिश रची. दीपक कुमार चौहान का मोबाइल फोन नंबर प्राप्त किया गया, लेकिन वह बंद पाया गया.  


Input: Sanjay Kumar Verma