Delhi Metro: दिल्ली पुलिस ने मेट्रो में सिग्नलिंग केबल चोरी करने के मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके गैंग में कुल 11 लोग है. पुलिस सात अन्य बदमाशों की तलाश कर रही है. यह गिरोह खासकर नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी और द्वारका के बीच ब्लू लाइन पर सक्रिय था. 


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पुलिस ने बताया कि मोती नगर और कीर्ति नगर मेट्रो स्टेशन के बीच 140 मीटर लंबी सिग्नल केबल काटी गई थी. यह केबल ट्रैक सर्किट को डेटा भेजती है, जिससे ट्रेन की स्थिति की निगरानी होती है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राशिद मलिक (26), शाहरुख मलिक (29), रमजान (32) और जुनैद उर्फ ​​भूरा (32) के रूप में हुई है. ये सभी पहले भी चोरी के मामलों में शामिल रहे हैं.


5 दिसंबर को मेट्रो सेवा हो गई थी बाधित 
पुलिस ने बुधवार को बताया कि केबल चोरी का पता 5 दिसंबर को चला, जब मेट्रो के सिग्नल विभाग ने असामान्य सिग्नल सर्किट अलार्म की सूचना दी. केबल चोरी होने से मेट्रो सेवाओं में बाधा आई और यात्रियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. दिल्ली मेट्रो में केबल चोरी का मामला न केवल यातायात व्यवस्था के लिए गंभीर है, बल्कि सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा खतरा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने केस की जांच के लिए राम गोपाल नाइक की देखरेख में एक टीम बनाई. इस टीम ने गिरोह की एक्टिविटी को ट्रैक करना शुरू किया और उसके बाद कुछ स्थानों पर छापे मारे. इस दौरान शाहरुख मलिक नाम के आरोपी की गिरफ्तारी हुई. इसके बाद पुलिस ने उसके तीन साथियों को भी धर दबोचा. 


बाकी आरोपियों की भी हुई पहचान
पुलिस ने बताया कि बदमाशों से पूछताछ के बाद गिरोह के बाकी सात सदस्यों की पहचान कर ली गई है. इन आरोपियों में मासूम, फैजल, इस्लाम, नदीम, सिद्धू, तेली और सरफराज शामिल हैं. इन सातों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है.


इनपुट: भाषा 


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