Delhi News: दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी और अन्य राज्यों में मोबाइल टावरों से रिमोट रेडियो यूनिट (आरआरयू) की चोरी में शामिल चोरों के एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया. अधिकारियों के अनुसार पुलिस की टीम ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से लगभग 4 करोड़ रुपये की मूल्य की 130 चोरी की गई आरआरयू को जब्त किया है.


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पुलिस ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, असम और पश्चिम बंगाल में दर्ज 47 चोरी के मामलों को सुलझाया है. रिमोट रेडियो यूनिट (आरआरयू), जिसे रिमोट रेडियो हेड (आरआरएच) के रूप में भी जाना जाता है, वास्तव में वायरलेस बेस स्टेशनों का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो वायरलेस उपकरणों और नेटवर्क के बीच संचार की सुविधा प्रदान करता है. इसका प्राथमिक कार्य बेस स्टेशन से डिजिटल सिग्नल को रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) सिग्नल में बदलना है जिसे वायरलेस तरीके से प्रसारित किया जा सकता है. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें आरआरयू चोरी में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह के बारे में एक गुप्त मुखबिर से सूचना मिली थी. उन्होंने कहा कि हमारी टीम ने दिल्ली-एनसीआर और अन्य राज्यों में दर्ज एफआईआर के आंकड़ों का विश्लेषण किया और गिरोह का पता लगाने के लिए तकनीकी विशेषज्ञता और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया. 


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अधिकारियों ने बताया कि पांडव नगर के पास पुलिस ने जाल बिछाया, जहां पर तीन आरोपी पकड़े गए. वहीं पकड़े गए आरोपियों की पहचान आदिल(25) सादिक(21) और अदनान(22) के रूप में हुई है. ये आरोपी यूपी के मेरठ के निवासी थे. उन्होंने कहा कि उनमें से एक के पास चोरी की गई आरआरयू पाई गई, जिसे उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करावल नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले में चोरी की रिपोर्ट की गई थी. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अलग-अलग राज्यों के मोबाइल टावरों से आरआरयू चोरी करने की बात कबूल की. पुलिस ने बाद में पांडव नगर के एक गोदाम से 126 आरआरयू बरामद किए, जिनमें से 43 इकाइयों की पुष्टि विभिन्न पुलिस क्षेत्रों (दिल्ली 16, यूपी 1, असम 20, बिहार 2, झारखंड 2, पश्चिम बंगाल - 2) से चोरी की गई थी. अधिकारियों ने कहा कि गिरोह ने चोरी की गई आरआरयू को विदेश में निर्यात करने के लिए इकट्ठा किया था. बरामद आरआरयू के स्रोत का पता लगाने और उन्हें निर्यात करने की योजना में शामिल अन्य लोगों या समूहों की पहचान करने के लिए आगे की जांच चल रही है. पुलिस ने मोबाइल टावरों से आरआरयू को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए गए टूलकिट भी बरामद किए.