Delhi News: दिल्ली पुलिस ने एजुकेशन डिपार्टमेंट के साथ मिलकर मेगा सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें 6000 स्कूली छात्राओं को ट्रेनिंग दी गई. आज उन्हीं बच्चियों के लिए दिल्ली के छतरपुर स्कूल में समापन समारोह आयोजित हुआ, जिसमें सैकड़ों की संख्या में बच्चियों समेत पुलिस के ऑफिसर, शिक्षा विभाग के अधिकारी और एसिड अटैक की पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल समेत कई लोग भी शामिल हुए. यह सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कार्यक्रम दिल्ली पुलिस की स्पेशल पुलिस यूनिट महिलाओं और बच्चों के लिए काम करती है. जिससे कि उनमें आत्मविश्वास लाया जाए और किसी भी आपराधिक घटनाओं के दौरान वह अपने आपको मजबूत रख सके.


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स्पेशल पुलिस कमिश्नर अजय चौधरी ने कहा कि सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले चुकी बच्चियों में कॉन्फिडेंट आता है. वह किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार होती है. कैसे वह अपने दुपट्टा को,पेन को, हैंड बैग को जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकती हैं, इसके बारे में उन्हें ट्रेंड किया गया. कहीं चेन स्नेचिंग या बैग स्नेचिंग की वारदात अगर उनके साथ होती है, तो किस तरीके से अपने आपको बचाव करते हुए बदमाशों को धूल चटा सकती है. इसके बारे में भी इन्हें ट्रेंड किया गया.


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दिल्ली पुलिस की टीम अब तक 5.57 लाख से ज्यादा लड़कियों और महिलाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दे चुकी हैं. अलग-अलग ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिये पुलिस इस तरह के ट्रेनिंग कैंप का आयोजन करती है. समर और विंटर कैंप के दौरान काफी संख्या में ट्रेंड किया जाता है. कैंप के दौरान सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग के साथ-साथ नुक्कड़ नाटक और जेंडर सेंसटाइजेशन के तहत उन्हें जागरूक भी किया जाता है. वो क्या करें और क्या ना करें, इसके बारे में बताया जाता है. 


INPUT: मुकेश सिंह