Delhi Pollution: दिल्ली में रोज सूरज उगने से पहले एयर क्वालिटी खतरे के निशान से ऊपर बढ़ती हुई दिखाई देती है. ऐसे में दिल्ली धीरे-धीरे गैस चैंबर में बदलती हुई नजर आ रही है. दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय दिल्ली में रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान चला रहे हैं. दिल्ली सरकार को उम्मीद है कि इस अभियान के बाद दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर काफी हद तक लगाम लग पाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गैस चेंबर बनने को तैयार दिल्ली
दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण दिल्ली वासियों के लिए बड़ा मुसीबत का कारण बन गया है. ऐसे में दिल्ली सरकार की तरफ से रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान की प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया गया है. इस अभियान को लेकर वाहन चालकों को दिल्ली की जनता को क्या फायदा होगा उसको लेकर कुछ लोगों ने बताया कि दिल्ली सरकार का यह अभियान तो गाड़ियों से निकलते हुए धुंए पर लगाम लेंगी. यदि रेड लाइट पर सभी वाहन चलाने वाले वाहन चालक अपनी गाड़ी कुछ समय के लिए बंद करेंगे तो उससे ईंधन में भी बचत होगी और दिल्ली में गाड़ियों से निकलने वाले धुएं से होने वाले प्रदूषण पर भी काफी हद तक लगाम लगेगी. वहीं लोगों का कहना है कि दिल्ली की सरकार की इस मुहिम में सभी दिल्ली वासियों को साथ देना चाहिए ताकि दिल्ली प्रदूषण मुक्त हो सके.


ये भी पढे़ं: कैथल में सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस के जवान के मुंह में बदमाशों ने मारी गोली


300 के पार पहुंचा प्रदूषण लेवल
आज दिल्ली के भलस्वा फ्लाईओवर के पास प्रदूषण लेवल 300 के पार पहुंच चुका है, जिसके चलते आसपास धुएं का गुब्बार दिखाई दे रहा है. विजिबिलिटी इतनी कम है कि कुछ दूरी पर भलस्वा डंपिंग साइड भी नजर नहीं आ रही है. हर रोज दिल्ली में प्रदूषण खतरे के निशान से ऊपर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. दिल्ली अब गैस चैंबर में तब्दील हो रही है. ऐसे में लोगों को सांस लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है तो वहीं आंखों में जलन गले में खराश और बीमारी से जूझने वाले लोगों के लिए यह प्रदूषण एक खतरनाक जहरीली गैस के समान साबित हो रहा है.


कितना होगा लाभ
प्रदूषण से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार लगातार कदम उठा रही है. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि आखिर दिल्ली सरकार के उठाए कदमों से प्रदूषण के ऊपर कितना असर पड़ता है. क्या दिल्ली सरकार की रेड लाइन ऑन गाड़ी ऑफ के कदम से कोई लाभ होता है या नहीं. 


INPUT- Naseem Ahmed