Delhi Minor Rape Case: दिल्ली सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर पर अपने ही दोस्त की बेटी के साथ कई महीनों तक रेप करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. वहीं पीड़िता को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती किया गया है. 


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असप्ताल में भर्ती पीड़िता से मिलने के लिए स्वाती मालिवाल दिन में पहुंची थी. जहां उनको अभी तक भी पीड़िता से मिलने की मंजूरी नहीं दी गई है. जिसके चलते वह अस्पताल के बाहर बैठी हैं. जिसको लेकर स्वाती मालिवाल ने ट्वीट किया और कहा कि बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने NCPCR अध्यक्ष को पीड़िता से अस्पताल में मिलवाया है. कैसे दोहरे मापदंड हैं? DCW अध्यक्ष को अस्पताल के बाहर घंटों बिठा रखा है और NCPCR को मिलवा देते हैं? स्वाती मालिवाल ने दिल्ली पुलिस से सवाल करते हुए कहा कि मुझसे दिल्ली पुलिस इतना क्यों डरती है? क्योंकि मैं पुलिस की नाकामी पे सवाल पूछ रही हूं? 



दिल्ली सरकार के अधिकारी से जुड़े दुष्कर्म मामले पर NCPCR प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने कहा कि हमने पीड़िता से मुलाकात की और उसकी मां और डॉक्टरों से बातचीत की. दिल्ली सरकार की ओर से पहले दिन से ही लापरवाही बरती गई. पीड़िता के पिता की मृत्यु कोविड के कारण हुई. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार अगर किसी बच्चे के पिता या माता की मृत्यु कोविड के कारण होती है तो उनके सभी विवरण बालस्वराज पोर्टल पर दर्ज किए जाने चाहिए. मामले में जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, उसकी जिम्मेदारी थी सभी विवरण अपलोड करें. यह तस्करी का मामला है, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार इसके लिए जिम्मेदार हैं और आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. POCSO अधिनियम के अनुसार यह मामला NCPCR के अंतर्गत आता है, DCW के अंतर्गत नहीं. स्वाति मालीवाल ने अस्पताल का दौरा किया है और इस मामले में शामिल अन्य अधिकारियों और राजनेताओं को बचाने के लिए प्रचार कर रही हैं. 


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