बलराम पाण्डेय/ नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) ने शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से वार्षिक विश्वविद्यालय विकास शुल्क 600 से बढ़ाकर 900 रुपये करने का फैसला किया है. 17 दिसंबर को हुई विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की बैठक में समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया गया है. 


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13 साल के अंतराल के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय ने 2022-23 से छात्रों के लिए वार्षिक विकास शुल्क 300 रुपये बढ़ाने का फैसला किया है. डीयू के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने कहा कि यूनिवर्सिटी डेवलपमेंट फीस बढ़ाने का फैसला इसलिए किया गया है, क्योंकि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने अपने पूंजीगत अनुदान को कम कर दिया है.


डीयू ने नए भवनों के निर्माण और प्रयोगशाला उपकरणों की खरीद जैसी विभिन्न गतिविधियों के लिए धन के आवंटन पर विचार करने के लिए एक विश्वविद्यालय विकास कोष समिति का गठन किया था. कुछ सदस्यों की असहमति के बावजूद 17 दिसंबर को हुई विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की बैठक में समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया गया. इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से विश्वविद्यालय विकास शुल्क में 300 रुपये की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. 


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2021-22 में 1.25 करोड़ आवंटित


पूर्व कुलपति और रजिस्ट्रार गुप्ता पीसी जोशी ने कहा कि यूजीसी ने पिछले तीन- चार वर्षों से प्रयोगशाला और अन्य उपकरणों के लिए विश्वविद्यालय को पर्याप्त पूंजी अनुदान नहीं दिया है और वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1.25 करोड़ रुपये आवंटित किए थे.