Water Crisis: दिल्ली में एक बार फिर से कई इलाकों में जल संकट पैदा हो सकता है. यमुना नदी में प्रदूषण के बढ़ने के कारण वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की पानी उत्पादन क्षमता प्रभावित हुई है. इससे 30 से अधिक इलाकों में पानी की आपूर्ति में दिक्कतें आ सकती हैं. दिल्ली जल बोर्ड ने यह जानकारी दी है कि वजीराबाद पॉन्ड पर यमुना में अमोनिया का स्तर 5 पीपीएम से अधिक हो गया है. इस कारण से वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी का उत्पादन 25 से 50 प्रतिशत तक कम हो गया है.


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पानी की आपूर्ति में कमी


जल बोर्ड के अनुसार जब तक यमुना में अमोनिया का स्तर कम नहीं होता तब तक लोगों को पानी की आपूर्ति में कमी का सामना करना पड़ेगा. उत्तरी दिल्ली के कई इलाकों में लोग पानी कम या न आने की शिकायत कर रहे हैं.


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समस्या की शुरुआत
सूत्रों के अनुसार दिल्ली के कुछ इलाकों में शुक्रवार रात से ही पानी की किल्लत शुरू हो गई थी. वजीराबाद प्लांट से दिल्ली के बड़े भूभाग में पानी की आपूर्ति की जाती है, जहां हर दिन 131 मिलियन गैलन पानी को साफ किया जाता है.


यदि आपके इलाके में पानी की अधिक किल्लत है, तो आप दिल्ली जल बोर्ड से टैंकर मंगवा सकते हैं. इसके लिए 1916 पर कॉल करके टैंकर की मांग की जा सकती है. जल बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि यमुना में अमोनिया का स्तर घटने तक लोगों को असुविधा हो सकती है.


इन इलाकों में रहेगी पानी की परेशानी
एलएनजेपी हॉस्पिटल, डिफेंस कॉलोनी, सीजीओ कॉम्पलेक्स, राजघाट, डब्ल्यूएचओ, मजून का टीला, आईएसबीटी, जीपीओ,  एनडीएमसी एरिया, आईटीओ, हंस भवन,  रामलीला मैदान, आईपी इमर्जेंसी, दिल्ली गेट, लॉरेंस रोड, गुलाबी बाग, सुभाष पार्क, वजीरपुर, तिमारपुर, एसएफएस फ्लैट्स, शालीमार बाग, आजादपुर, पंजाबी बाग, साउथ एक्सटेंशन, जहांगीरपुरी मूलचंद,  बुराड़ी, ग्रेटर कैलाश, मॉडल टाउन  और आसपास के इलाके, कैंटोनमेंट बोर्ड के कुछ इलाके, दक्षिणी दिल्ली और अन्य ऐसे इलाके जो वजीराबाद डब्ल्यूटीपी से जुड़े हैं.