Delhi Flood: वजीराबाद में घरों की टीन शेड पर लोगों ने ली शरण, जाएं तो जाएं कहां
Delhi Flood News: वजीराबाद के कुछ इलाके में यमुना नदी के बाढ़ का पानी घरों में घुस चुका है. जहां लोग अपने घरों के टीन शेड पर रहने को मजबूर हैं. लोगों ने जनप्रतिनिधियों से मिलने की कोशिश की, लेकिन कहीं से कोई मदद की उम्मीद नहीं दिखाई दी. यहां लोग शासन और प्रशासन से बेहद नाराज हैं.
Delhi Badh News: शाम पांच बजे तक यमुना का जलस्तर 208.65 मीटर पर पहुंच चुका है. दिल्ली के वजीराबाद यमुना नदी के साथ बसा हुआ है. वहीं वजीराबाद के कुछ इलाके में यमुना नदी के बाढ़ का पानी घरों में घुस चुका है, जिससे इस इलाके में रहने वाले लोग बाढ़ से जान बचाकर अपने घरों की छतों पर पनाह ली. कुछ लोग अपने घरों का सामान भी छतों पर ले गए हैं. वहीं कुछ लोगों का समान बाढ़ के पानी में डूब गया.
इस बाढ़ के पानी में ही लोग अपने घरों में रहने रह रहे हैं. यहां रहने वाले लोगों ने अपने घरों की छत पर ठिकाना तो बनाया, लेकिन वह भी अब इन लोगों के लिए सुरक्षित स्थान नहीं है. क्योंकि कुछ लोगों के घरों की छत टीन की बनी है जो कि अपने घरों में ही रहने को मजबूर है.
ज़ी न्यूज़ की टीम ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर लोगों से जानने की कोशिश की कि ऐसी कौन सी मजबूरी है जो यह लोग यहां बाढ़ के पानी में रहने के लिए मजबूर हैं. जिसको लेकर लोगों ने कहा कि यहां धीरे-धीरे बाढ़ का पानी पिछले 2 दिन में उनके घरों के अंदर घुसा है. इस बीच उन्होंने कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिलने की कोशिश की, लेकिन कहीं से कोई मदद की उम्मीद नहीं दिखाई दी. वहीं जगह-जगह राहत शिविर कैंप जरूर लगाए गए हैं, लेकिन राहत शिविर कैंप इनके घर के पास नहीं लगाए गए. वहीं खाने-पीने की राहत सामग्री भी इन लोगों को मुहैया नहीं करवाई जा रही. जिसके चलते यह लोग दिल्ली सरकार और प्रशासन से बेहद नाराज हैं.
वहीं दिल्ली की विश्वकर्मा कॉलोनी में बाढ़ की वजह से तबाही भी देखी जा रही है. जहां घरों में बाढ़ का पानी तकरीबन 6 से 7 फीट भर गया है. जिसके बाद अब घरों से लोग निकल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचने लगे हैं तो वहीं ऐसे लोग जो बाढ़ की वजह से अपने मकानों को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर आ रहे हैं. उन्हें रहने और खाने की व्यवस्था दिल्ली सरकार और समाजसेवी संगठनों के द्वारा व्यवस्था की जा रही है. जहां लगातार लोगों को भंडारे के माध्यम से खाना खिलाया जा रहा है. वहीं लोगों के रहने की व्यवस्था सरकारी स्कूल, मंदिर प्रांगण और मस्जिद की मदरसों में की जा रही है. हालांकि लोगों ने बताया कि जो सरकार के तरफ से व्यवस्था की जा रही है, वह हमारे लिए अपर्याप्त है और ऐसे समय में सरकार को हमारे लिए उचित व्यवस्था करनी चाहिए. ताकि हम सुरक्षित तरीके से रह सके और हमें दो वक्त का भोजन सही से मिल सके.
आपको बता दें कि यमुना के चलते कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हुए है. जिसे लोग परेशान हो रहे हैं कुछ जगह पर दिल्ली सरकार के तमाम तरह की सुविधाएं तक मुहैया कराए जा रहे हैं, लेकिन कुछ जगहों पर तो शासन प्रशासन का ढीला रवैया देखने को मिल रहा है.
INPUT: NASIM AHMED, HARI KISHOR SAH