Santoshi Mata Temple: परिवार की सुख शांति के लिए करें संतोषी मां के दर्शन, सभी कष्टों का होगा निवारण- भक्त
देश भर में इन दिनों शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है. हर कोई माता का आशीर्वाद लेना चाहता है. नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा-आराधना की जाती है. जब सृष्टि नहीं थी, चारों तरफ अंधकार ही अंधकार था, तब कूष्मांडा देवी ने ब्रंह्माड़ की रचना की थी.
Delhi Santoshi Mata Temple: देश भर में इन दिनों शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है. हर कोई माता का आशीर्वाद लेना चाहता है. नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा-आराधना की जाती है. जब सृष्टि नहीं थी, चारों तरफ अंधकार ही अंधकार था, तब कूष्मांडा देवी ने ब्रंह्माड़ की रचना की थी. इसीलिए इसे सृष्टि की आदिशक्ति कहा गया है. यह केवल एक मात्र ऐसी माता है जो सूर्यमंडल के भीतर के लोक में निवास करती हैं. इनकी पूजा करके व्यक्ति अपने कष्टों और पापों को दूर कर सकता है.
नवरात्र के चौथे दिन हो रहा मां कूष्मांडा का पूजन, संतोषी मां मंदिर में भक्तों की भीड़
अपनी मंद, हल्की हंसी द्वारा अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्मांडा देवी के रूप में पूजा जाता है संस्कृत भाषा में कूष्मांडा को कुम्हड़ कहते हैं. इसी कड़ी में नवरात्रि के चौथे दिन वेस्ट दिल्ली के प्रसिद्ध हरि नगर संतोषी माता मंदिर में महिलाओ ने पूजा अर्चना की और माता के जयकारों से मंदिर गूंजता नजर आया. साथ ही भजनों में और आस्था में झूमती हुई नजर आई.
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सभी इच्छाओं को पूरी करती हैं देवी संतोषी- भक्त
माता के भक्तों का कहना है कि माता हर किसी की इच्छा पूरी करती है जो सच्चे मन से माता को मानता है वह उनकी हर मनोकामना को पूरी करती है. भक्तों ने कहा कि परिवार की सुख शांति के लिए वह वर्षों से माता के पास आते हैं और मां उनके सभी कष्टों को हर लेती है.
छतरपुर में सुबह की आरती के लिए पहुंचे भक्त
वहीं नवरात्रि के चौथे दिन दिल्ली के छतरपुर मंदिर में भी सुबह-सुबह आरती की गई. मंदिर के पुजारियों ने देवी दुर्गा की पूजा की, जबकि बड़ी संख्या में भक्त पूजा करने और सुबह की आरती में भाग लेने के लिए पहुंचे. भारी संख्या में भक्त मां का आशीर्वाद लेने के लिए दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.
Input: शरद भारद्वाज