Guru Nanak Jayanti 2023: सिख समुदाय के लोगों के लिए कार्तिक महीने की पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है. इस दिन सिख समुदाय के पहले गुरु नानक देव का जन्म हुआ था. गुरु नानक देव की जयंती को गुरु पर्व और प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है. इस दिन गुरुद्वारों में खास रौनक देखने को मिलती है, उन्हें रंग-बिरंगी लाइट और फूलों से सजाया जाता है. इस साल 27 नवंबर को गुरु नानक जयंती मनाई जाएगी.  


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गुरु नानक देव का जन्म
गुरु नानक देव का जन्म 29 अक्टूबर 1469 को पंजाब प्रांत के तलवंडी में हुआ था, वर्तमान में ये जगह पाकिस्तान में है. बाद में इस जगह का नाम नानक के नाम पर ननकाना रख दिया गया, सिख समुदाय के लोगों के लिए ये जगह काफी पवित्र मानी जाती है. गुरु नानक देव ने ही सिख धर्म की स्थापना की, वो सिखों के पहले गुरु माने जाते हैं. गुरु नानक देव ने करतारपुर नाम का एक नगर बसाया था, जहां  22 सितंबर 1539 को 70 वर्ष की आयु में उनकी मौत हो गई. 


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'इक ओंकार' का नारा 
गुरु नानक देव ने ही 'इक ओंकार' का नारा दिया था, जिसका मतलब है कि भगवान एक है. सिखों के लिए इक ओंकार का काफी ज्यादा महत्व माना जाता है. इसके साथ ही ये मान्यता भी है कि गुरु नानक देव ने ही लंगर की भी शुरुआत की थी. 


प्रकाश पर्व
गुरु नानक देव ने अपना सारा जीवन दूसरों के लिए समर्पित कर दिया, वो जीवन भर भेदभाव मिटाने, समाज को एकता का पाठ पढ़ाने और लोगों की सेवा के लिए कार्य करते रहे. गुरु नानक देव ने समाज में प्रकाश फैलाने का काम किया, यही वजह है कि उनकी जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में भी मनाया जाता है. 


Disclaimer- इस आर्टिकल में दी गई जानकारी और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. ZEE MEDIA इनकी पुष्टि नहीं करता है.