Uttrakhand Chardham Yatra Close: उत्तरकाशी में विश्व प्रसिद्ध चारधाम की यात्रा अब बंद होने वाली है यानी कि गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसी कड़ी में गंगोत्री धाम के कपाट आज अन्नकूट के पावन पर्व एवं अभिजीत मुहूर्त पर ठीक 11:45 पर बंद हो गए हैं. गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली ने हजारों श्रद्धालुओं के साथ अपने मायके मुखबा के लिए प्रस्थान कर चुकी है. बता दें कि इस साल गंगोत्री धाम में लगभग 9 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. 


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गंगोत्री धाम के कपाट हुए बंद 
बता दें कि गंगोत्री धाम से मां गंगा की उत्सव डोली का रात्रि निवास आज देवी मंदिर में होगा और कल भैया दूज के पर्व पर मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखवा मुखीमठ में पहुंचेगी. जहां पर मां गंगा का मुखबा गांव के ग्रामीण एक बेटी की तरह स्वागत सत्कार करेंगे, क्योंकि मां गंगा 6 माह बाद गंगोत्री धाम से अपने मायके लौट रही है. इसके बाद मां गंगा श्रद्धालुओं को अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा में ही दर्शन देगी. 


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भैया दूज को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट किए जाएंगे बंद 
बता दें कि गंगोत्री के बाद केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो जाएंगे. 15 नवंबर भैया दूज के दिन दोनों धामों के कपाट बंद हो जाएंगे. जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है. केदारनाथ के कपाट सुबह 8:35 मिनट पर बंद हो जाएंगे और साथ ही यमुनोत्री के भी कपाट कल ही बंद होंगे.


18 नवंबर को बदरीनाथ धाम के दर्शन का होगा आखिरी दिन 
इसी के साथ चमोली में स्थित बदरीनाथ धाम के भी कपाट बंद होने की तारीख का ऐलान हो चुका है. बदरीनाथ के कपाट 18 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे. बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को दोपहर 3:33 बजे बंद होंगे.  बता दें कि हर साल अप्रैल से मई के बीच में उत्तरकाशी में विश्व प्रसिद्ध चारधाम की यात्रा शुरू हो जाती है और ठंड आने और बर्फबारी शुरू होने के साथ ही चार धाम यात्रा बंद हो जाती है.