Delhi News: दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है. इसके चलते, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन करने का निर्णय लिया है. इसी कड़ी में, जामिया मिलिया इस्लामिया ने भी शनिवार, 23 नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.


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कक्षाओं का शेड्यूल
जामिया मिलिया इस्लामिया ने एक आधिकारिक अधिसूचना में स्पष्ट किया है कि कक्षाएं 23 नवंबर, 2024 तक ऑनलाइन मोड में संचालित की जाएंगी. इसके बाद, 25 नवंबर से भौतिक कक्षाएं फिर से शुरू होंगी. हालांकि, परीक्षाओं और साक्षात्कारों का कार्यक्रम अपरिवर्तित रहेगा. यह जानकारी छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, ताकि वे अपनी पढ़ाई की योजना बना सकें.  


मुख्यमंत्री का निर्देश
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी इस मुद्दे पर ध्यान दिया है. उन्होंने कक्षा 10 और 12 के लिए भौतिक कक्षाएं निलंबित करने की घोषणा की है. सभी अध्ययनों को ऑनलाइन स्थानांतरित किया जाएगा. यह निर्णय वायु गुणवत्ता की गंभीरता को देखते हुए लिया गया है, ताकि छात्रों की सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े.


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अन्य क्षेत्रों में भी प्रभाव
हरियाणा के गुरुग्राम में भी स्थिति गंभीर है. वहां के उपायुक्त कार्यालय ने 12वीं कक्षा तक की सभी भौतिक कक्षाओं को 19 से 23 नवंबर तक निलंबित करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय माध्यमिक शिक्षा हरियाणा के निदेशक के निर्देशों के अनुसार लिया गया है. दिल्ली, मुंबई और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में वायु गुणवत्ता खराब हो गई है. स्वास्थ्य जोखिमों को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली और एनसीआर राज्यों को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत प्रदूषण विरोधी उपायों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है. 


GRAP का महत्व
GRAP, राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण के खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों का एक समूह है. यह योजना तब लागू होती है जब वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर तक पहुंच जाती है. हाल ही में, दिल्ली का औसत AQI 441 पर पहुंच गया, जो बाद में 457 तक बढ़ गया. यह स्थिति तत्काल कार्रवाई की मांग करती है. इस प्रकार, दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए, शिक्षा संस्थानों ने ऑनलाइन कक्षाओं का निर्णय लिया है. यह छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है.