Fatehabad News: 3 साल बाद भी विकास के लिए तरस रहा सासंद सुनीता दुग्गल का गोद लिया गांव
Fatehabad News: सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल ने साल 2020 में फतेहाबाद के दरियापुर गांव को गोद लिया था, लेकिन 3 साल के बाद भी आज गांव के लोग मूलभूत सुविधाओं को तरसते नजर आ रहे हैं.
Fatehabad News: सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल ने साल 2020 में फतेहाबाद के दरियापुर गांव को गोद लिया था, लेकिन 3 साल का वक्त बीत जाने के बाद भी आज गांव की स्थिति जस की तस बनी हुई है. उखड़ी सड़कें, तंग गलियां, दूर तक नजर आ रही गंदगी और जर्जर हालात में पहुंच चुकी गांव की चौपाल. मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे दरियापुर गांव के लोग अब सरकार से गुहार लगा रहे हैं.
फतेहाबाद जिले के रतिया विधानसभा क्षेत्र में आने वाल दरियापुर गांव जोकि दिल्ली-सिरसा हाईवे से सटा हुआ है. इस गांव में जाते हुए आपको बिलकुल ऐसा नहीं लगता कि आप किसी गांव में प्रवेश कर रहे हैं, लेकिन जैसे-जैसे गांव के भीतरी इलाकों मे जाते हैं तो पता चलता है वास्तविकता क्या है. कैसे गांव मूलभूत सुविधाओं के लिए जद्दोजहद कर रहा है.
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दरियापुर गांव के विकास को गति देने के लिए साल 2020 में सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने इसे गोद लिया था, जिसके बाद ग्रामीणों में आस जगी कि गांव के दिन बदलेंगे और यहां पर विकास होगा. मगर बीतते वक्त के साथ ये उम्मीद भी दम तोड़ने लगी. ग्रामीणों की मानें तो गांव को गोद लेने के बाद सांसद एक बार भी गांव की हालत देखने या किसी से मिलने के लिए नहीं आईं. मुख्य मूलभूत सुविधाएं जैसे- बिजली, पानी, साफ-सफाई, स्वास्थ्य और शिक्षा पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया. इस बीच गांव के सरपंच ने पाइप लाइन बिछवाकर पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की है, लेकिन उसके बाद भी गांव की स्थिति में कोई ज्यादा सुधार नहीं आया है.
गांव की गलियां टूटी हुई हैं, इंटरलॉकिंग खुल चुकी है. घरों से निकलने वाले दूषित पानी की निकासी का कोई स्थाई प्रबंध नहीं है, जिस कारण गांव की नालियां कीचड़ से भरी पड़ी हैं. बारिश के दिनों में यहां के लोगों की परेशानी और ज्यादा बढ़ जाती है, पानी के निकास की व्यवस्था नहीं होने के कारण गलियों में पानी भर जाता है, जिसकी वजह से लोगों को घर से निकलने में परेशानी होती है.
ग्रामीणों के अनुसार, गांव में पर्याप्त स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है. गांव की हरिजन चौपाल की हालत किसी तबेले की तरह हो गई है, प्लास्टर उखड़ चुका है और लोगों को यहां बैठने से भी डर लगता है. वहीं ग्रामीणों का यह भी कहना है कि गांव में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल होने के कारण जगह जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. बहरहाल एक तरफ ग्रामीण गांव में विकास न होने का दुखड़ा रो रहे हैं तो वहीं हाल ही में चुनकर आई सरपंच सुमन देवी के पति सुरेश कुमार का कहना है कि गांव में कार्य हो रहे हैं. नई पंचायत बनने के बाद गांव में विकास कार्य किए जा रहे हैं और सांसद इसमें उनका सहयोग भी कर रहे हैं.
Input- Ajay Mehta