Ghaziabad News: पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की ब्रांच की मांग कोई नई नहीं है. ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले मामला करवट लेता हुआ नजर आ रहा है. गाजियाबाद बार एसोसिएशन में आसपास के 22 जिलों के बाहर संगठन के पदाधिकारी जमा हुए. जिन्होंने पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की बेंच की मांग के लिए अपनी रणनीति तैयार की. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि हाईकोर्ट की बेंच की पश्चिम उत्तर प्रदेश में काफी समय से मांग की जा रही है. ऐसे में बार एसोसिएशन पिछले कई दशकों से आंदोलन समेत तमाम गतिविधियां कर चुका है. बावजूद इसके पश्चिम उत्तर प्रदेश को अभी तक हाईकोर्ट की बेंच नहीं मिल पाई है. पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों को कई घंटे के सफर के बाद हाईकोर्ट जाना पड़ता है. ऐसे में वकीलों के साथ-साथ आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसी को देखते हुए पश्चिम उत्तर प्रदेश के 22 जिले की बार एसोसिएशन गाजियाबाद बार एसोसिएशन के नेतृत्व में यहां इकट्ठा हुई और हाईकोर्ट बेंच संघर्ष समिति के नेतृत्व में यहां नई रणनीति पर चर्चा की.


ये भी पढ़ें: Sushil Gupta News: मनोहर लाल सरकार के राज में 30 बार पेपर लीक होना शर्मनाक- सुशील गुप्ता


 


हाई कोर्ट बेंच संघर्ष समिति से जुड़े लोगों के मुताबिक पश्चिम उत्तर प्रदेश को 700, 800 और 900 किलोमीटर दूर तक का सफर करके हाईकोर्ट में जाना पड़ता है. ऐसे में पिछले कुछ सालों से हाईकोर्ट में व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत होने के बाद फोटो खींचने के बाद ही अदालती कार्यों में शामिल होने की अनुमति दी जाती है. ऐसे में इतना लंबा सफर कर लोगों को वहां जाना कानूनी प्रक्रिया में एक लंबा समय लगता है. पिछले काफी समय से पश्चिम उत्तर प्रदेश के 8 करोड़ के लगभग लोग लगातार पश्चिम उत्तर प्रदेश में बेंच की मांग कर रहे हैं. अब पैदल मार्च कर दिल्ली पहुंचकर बड़े नेताओं तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं, जिससे उनकी बात जल्दी मान ली जाए.


गाजियाबाद में 22 बार एसोसिएशन से जुड़े पदाधिकारी पहुंचे और पदाधिकारी ने साफ तौर पर कहा कि संघर्ष और आंदोलन की रणनीति से ही कोई रास्ता निकाल सकता है. ऐसे में आम लोगों को भी अपने आंदोलन से जोड़ना पड़ेगा. रणनीति के तहत विरोध प्रदर्शन, रास्ते जाम और दिल्ली कूच समेंत सोशल मीडिया पर पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की बेंच की स्थापना पर मुहिम चलाने जैसी रणनीति विचार रखे गए.


Input: Piyush Gaur