Land Rates Hike: गाजियाबाद के वो 10 रिहायशी इलाके जहां `सपनों का आशियाना` बनाना नामुमकिन, ये हैं नए रेट
गाजियाबाद जिला प्रशासन (Ghaziabad District Administration) जमीन की सरकारी कीमत यानी सर्किल रेट (circle rate) बढ़ाने की तैयारी में है. इसलिए आज हम आपको गाजियाबाद शहर के टॉप 10 ऐसे इलाकों में जमीन की मौजूदा कीमत है और बढ़ोत्तरी के बारे में बता रहे हैं.
Land Rates Hike: दिल्ली-NCR में अपने घर का सपना पूरा करना आसान बात नहीं है. इन दिनों रिहायशी इलाकों में जमीनों की कीमतें आसमान छू रही है और आने वाले कुछ ही दिनों में इस इलाकों में घर बनाना और भी ज्यादा मुश्किल होने वाला है. खबरों की मानें तो, गाजियाबाद जिला प्रशासन (Ghaziabad District Administration) जमीन की सरकारी कीमत यानी सर्किल रेट (circle rate) बढ़ाने की तैयारी में है. इसलिए आज हम आपको गाजियाबाद शहर के टॉप 10 ऐसे इलाकों में जमीन की मौजूदा कीमत है और बढ़ोत्तरी के बारे में बता रहे हैं.
कौशाम्बी नंबर वन, वैशाली नंबर दो, वसुंधरा नंबर तीन और इंदिरापुरम नंबर चार
रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद में इन दिनों सबसे महंगा रेजिडेंशियल एरिया कौशांबी है. लेकिन, इससे पहले पिछल 4 दशकों से कौशांबी नंबर वन पर बना हुआ था. क्योंकि इस इलाके में VIP और VVIP लोगों का बसेरा है और इन दिनों यहां की जमीनों की कीमत डेढ़ से दो लाख रुपये वर्गमीटर तक हैं. इसी के साथ अगर सरकारी कीमतों की बात करें तो 72,500 से 90,000 रुपये प्रति वर्गमीटर है जिसे इन दिनों बढ़ाकर 76,000 से 95,000 प्रति वर्गमीटर किया जा रहा है.
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बता दें कि आने वाले समय में कौशांबी में रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमत दो लाख रुपये वर्गमीटर के पार पहुंचने वाली है. क्योंकि गाजियाबाद का यह रिहायशी इलाका दिल्ली से एकदम सटा हुआ है. गाजियाबाद जिला प्रशासन सबसे ज्यादा पांच हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर तक बढ़ोतरी कर रहा है. वहीं, दिल्ली का आनंद विहार और गाजियाबाद का कौशांबी सड़क बिल्कुल आमने-सामने बने हुए हैं. दूसरे नंबर पर वैशाली और तीसरे नंबर पर वसुंधरा आवासीय क्षेत्र हैं.
इस वजह से आ रही है जमीन की कीमतों में बढ़ोतरी
गाजियाबाद में पिछले 3-4 सालों में एक्सप्रेसवे और रैपिड रेल कॉरिडोर प्रोजेक्टस (Rapid Rail Corridor Projects) ने अपनी एक अलग जगह बनाई है और इन्हीं के आस-पास के इलाकों की कीमतों में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है. तो वहीं, जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के निर्माण के बाद इनके आसपास कॉलोनियां विकसित होनी शुरू हो गई हैं.
रिपोर्ट में आगे जानकारी दी गई है कि इनके आस-पास जमीनों के भाव सबसे ज्यादा बढे़ हैं. इसी के साथ डासना, मसूरी में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मुरादनगर, मोदीनगर में रैपिड रेल कॉरिडोर के निर्माण का असर जमीनों के रेट पर पड़ रहा है.
खेती की जमीनों की कीमतों में होगा बड़ा बदलाव
आपको बता दें कि इन एरिया में कृषि भूमि के सर्किल रेट 10 से 12 फीसदी बढ़ाने की तैयारी में है. जिसकी जानकारी खुद गाजियाबाद के ADM (वित्त एवं राजस्व) विवेक श्रीवास्तव ने दी है कि नए सर्किल रेट की सूची सारे सरकारी दफ्तरों में चस्पा कर दी गई हैं. इन पर कलक्ट्रेट के कमरा नंबर-120 में आपत्तियां दाखिल कर सकते हैं. इस कक्ष में लोग 3 अगस्त तक आपत्तियां दे सकेंगे. इसके बाद भूमि दर निर्धारण समिति इन आपत्तियों पर सुनवाई करके निस्तारण करेगी. अगले सप्ताह पूरे जिले में नए सर्किल रेट लागू कर दिए जाएंगे.