अमन कपूर/अंबालाः गोवा मुक्ति आंदोलन में आहुति देने वाले मास्टर करनैल सिंह बेनीपाल की पत्नी को सम्मानित करने गोवा के मुख्यमंत्री अंबाला के गांव बडोला पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने 10 लाख का चेक करनैल सिंह की पत्नी चरणजीत कौर को दिया. उन्होंने कहा गोवा में करनैल सिंह के चर्चे आम है और उनकी सरकार आगे भी परिवार की जरूरत को लेकर मदद करते रहेंगे.


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गोवा मुक्ति आंदोलन के दौरान 1955 में मास्टर करनैल सिंह बेनिपाल ने आहुति दी थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि करनैल सिंह ने गोवा को आजाद करवाने की लड़ाई में गोली खाई थी और वो शहीद हो गए थे. उनका गोवा में स्टेच्यू लगाया गया है. परिवार ने पात्रादेवी रोड़ का नाम मास्टर करनैल सिंह के नाम पर करने की मांग रखी है जिस पर गौर किया जाएगा.


उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. वो इसलिए खुद परिवार से किया वायदा पूरा करने में  चरणजीत कौर से मिलने आए हैं. गोवा के मुख्यमंत्री ने इस दौरान कांग्रेस को भी निशाने पर लिया और कहा कि आज भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं जब भारत अखंड है जब जरूरत थी तब कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया. 1947 के बाद यदि वे ऐसा करते तो आज मास्टर करनैल सिंह जैसे लोग शहीद नहीं होते.


कार्यक्रम के दौरान अंबाला के विधायक असीम गोयल भी मौजूद रहे. उन्होंने मास्टर करनैल सिंह की पत्नी को नमन किया और मुख्यमंत्री की तरफ से घोषणा करते हुए कहा कि गांव के स्कूल का नाम मास्टर करनैल सिंह के नाम पर या चरणजीत कौर के नाम पर रखा जाएगा. बता दें कि करनैल सिंह पेशे से मास्टर थे और पंजाब वे खन्ना के इसड्डू गांव के रहने वाले थे.


वह पंजाब के समराला में नौकरी करते थे. वे पंजाब से गोवा के लिए मुक्ति मोर्चा में शामिल होने गए थे, लेकिन गोवा बॉर्डर पर जब वे पहुंचे तो पुर्तगालियों ने सबसे आगे चल रही मध्य प्रदेश की सरोजनी रॉय पर गोलियां चला दी. इस दौरान मास्टर करनैल सिंह ने पुर्तगालियों को ललकारा और कहा कि महिलाओं पर क्या गोलियां चलाते हो, मुझ पर चलाओ उस दौरान करनैल सिंह शहीद हो गए.


करनैल सिंह की शहादत से 3 साल पहले उनकी शादी अंबाला की चरणजीत कौर से हो गयी थी, लेकिन मुकलावा होना बाकी था. चरनजीत कौर की बड़ी बहन की शादी करनैल सिंह के बड़े भाई से उसी घर मे हो रखी थी और चरणजीत कौर की डोली उठना बाकी थी लेकिन इतने में करनैल सिंह शहीद हो गए. मगर उसके बाद चरणजीत कौर ने छोटी सी उम्र में बड़ा फैसला लिया और शहीद की बीवी के तौर पर जीवन जीने का फैंसला लिया.


परिवार ने मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे नहीं मानी. वे आज अपने भाई को स्वर्ग मान रह रही हैं और बताती हैं कि उनकी कभी करनैल सिंह से मुलाकात नहीं हुई. वो शहीद के नाम पर जी रही है. उन्हें गोवा के CM के आने की खुशी तो है लेकिन सरकारों ने उन्हें पूछा तक नहीं उसका दुख है वे हर साल अपने पति के गांव जाती है.


सोनाली मामले में क्या बोले गोवा CM


सोनाली फोगाट मामले में गोवा सरकार ने जांच सीबीआई को सौंपी है, जिसको लेकर गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने कहा कि हमने जांच सीबीआई को दे दी है. आगे की जांच CBI करेगी. हरियाणा पंजाब की तरह गोवा के लिए भी नशा चिंता का विषय बना हुआ है, जिसको लेकर गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने कहा कि हम नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और पक्का इस लड़ाई को जीतेंगे.