नई दिल्ली: बीते शुक्रवार को सेंटर फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट यानी (CAQM) ने दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) में प्रदूषण के मद्देनजर ग्रैप 3  लागू कर दिया. ग्रैप 3 लागू होने के कारण दिल्ली एनसीआर में एक बार फिर से निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है. लगातार बाधित हो रहे निर्माण कार्यों के कारण रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन से जुड़े कारोबारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रैप 3 लागू होने के कारण कारोबारियों ने सीटीआई (CTI) से संपर्क किया है. 


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बाधित हो रहे काम
बार-बार ग्रैप 3 लागू होने से बाधित हो रहे कामों को लेकर निर्माण कार्यों से जुड़े कारोबारियों ने चैंबर ऑफ ट्रेड एंट इंडस्ट्री (Chamber Of Tread And Industries) से संपर्क किया है. सीटीआई ने कहा कि ग्रैप 3 लागू होने के कारण निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि ये ऐसा काम है जो एक दिन बंद कर दूसरे दिन शुरू नहीं किया जा सकता. सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि बार-बार बंद हो रहे निर्माण कार्यों के कारण इन कार्यों से जुड़े मजदूरों की रोजी-रोटी और जीविका पर भी असर हो रहा है. साथ ही प्रोजेक्ट्स में देरी होने के कारण इससे जुड़े व्यापारियों को कारोबार में घाटे का सामना करना पड़ रहा है.  


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चेयरमैन को लिखा पत्र
सीटीआई ने इस मुद्दे पर CAQM के चेयरमैन एम कुट्टी को पत्र लिखा है. पत्र में सीटीआई ने ग्रैप के चलते डेटलाइन संबंधित नियमों में रियायत की मांग की है. बीते 28 अक्टूबर 2022 को पहली बार ग्रैप-3 लागू किया गया था, जिसके बाद से निर्माण कार्यों पर रोक लगी थी. उसके बाद से अचानक से ग्रैप लागूकर बार-बार निर्माण कार्यों को रोका जा रहा है. कारोबारियों का कहना है कि काम रुक जाने के बाद उन्हें तुरंत शुरू कराना मुश्किल होता है. एक बार काम रूक जाने के बाद मजदूर, मशीन ऑपरेटर दूसरे कामों में मजदूरी करने लगते हैं, जिसकी वजह से दोबारा काम शुरू करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.