नई दिल्लीः हरियाणा के कई जिलों में सेना भर्ती (Army Recruitment) शुरू करने की मांग को लेकर युवा सड़कों पर उतर चुके हैं. इस बीच सेना में जाने के इच्छुक युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी निकलकर सामने आई है. केंद्र सरकार जल्द ही सेना में रुकी भर्तियों को शुरू करने की तैयारी में है और इस बारे में घोषणा कर सकती है. 


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पिछले सप्ताह लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी के नेतृत्व में तीन रक्षा बलों के प्रमुखों के साथ एक बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक प्रजेंटेशन दी गई. बैठक के दौरान कम अवधि की भर्ती के लिए एक नई योजना के बारे में जानकारी दी गई. इस योजना को अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) नाम से जाना जाएगा. इसके तहत देश सेवा का सपना देख रहे युवा सिर्फ चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होंगे.


सरकार ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अगस्त के महीने से सेना (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) में भर्तियां शुरू होने की उम्मीद है.


अग्निवीर कहे जाएंगे जवान 


दरअसल यह योजना रक्षा बलों के खर्च और आयु प्रोफ़ाइल को कम करने की दिशा में पीएम मोदी के प्रमुख सुधार का एक हिस्सा है. अग्निपथ योजना के तहत सेना में शामिल युवाओं को 'अग्निवीर' के नाम से जाना जाएगा. योजना के तहत चार साल की नौकरी में छह-नौ महीने की ट्रेनिंग भी शामिल होगी.


चार साल बाद क्या करेंगे जवान 


योजना के तहत चार साल बाद सैनिकों की सेवाओं की समीक्षा की जाएगी. इसके बाद कुछ चुनिंदा सैनिकों की ही सेवाएं आगे बढ़ाई जाएंगी. बाकी को रिटायर कर दिया जाएगा, लेकिन सैनिकों को आगे के रोजगार के अवसर देने के लिए सशस्त्र बल उनकी मदद करेगी. कई निगम ऐसे प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं को नौकरी देने में रुचि लेंगे, जिन्होंने अपने देश की सेवा की हो. 


सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले लाभ 


जवानों को सेवानिवृत्त किए जाने के बाद पेंशन के स्थान पर एक मुश्त राशि दी जाएगी. अगर नौकरी के दौरान कोई बैटल कैजुअल्टी होती है तो सैनिक के परिवार को इंश्योरेंस के तौर पर 48 लाख रुपये, एक्सग्रेशिया राशि के तौर पर 44 लाख रुपये, सेवा निधि फंड में जमा पैसा और और बाकी बची नौकरी की सैलरी दी जाएगी. इसके अलावा अगर सैनिक आगे की सेवाएं देने में असमर्थ हो जाता है तो भी उसे इंश्योरेंस के पैसे में से डिसेबिलिटी के आधार पर राशि मुहैया कराई जाएगी. साथ ही सेवा निधि फंड में जमा पैसा और बाकी बची नौकरी की सैलरी उस सैनिक को दी जाएगी.


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चार साल में 2 लाख से ज्यादा सैनिक होंगे भर्ती 


अग्निपथ योजना के तहत पहले साल 40 हजार सैनिक थल सेना, 3 हजार नौसेना और 3500 सैनिक वायुसेना में भर्ती किए जाएंगे. दूसरे साल भी तीनों विंग में इतनी ही भर्ती की जाएंगी. तीसरे साल थलसेना में 45 हजार, नौसेना में 3 हजार और वायुसेना में 4400 भर्तियां होंगी. इसके अलावा चौथे साल में थलसेना में 50 हजार, नौसेना में 3 हजार और वायुसेना में 5300 भर्तियां होंगी.