Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाई राइज सोसायटी में लिफ्ट अटकने के मामले लगातार सामने आ रहे है. ताजा मामला ग्रीन आर्क सोसायटी का है, जहां लिफ्ट अचानक से आठवें फ्लोर पर अटक गई. जिसमें एक बच्चा फस गया. बच्चा करीब डेढ़ घण्टे तक लिफ्ट में फंसा रहा. कड़ी जद्दोजहद करने के बाद उस बच्चे को जैसे-जैसे बाहर निकल गया.


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अपने फ्लैट पर जा रहा था 14 वर्षीय बच्चा
ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र की ग्रीन आर्क सोसायटी में देर रात लिफ्ट फस गई. दरअसल 14 वर्षीय बच्चा लिफ्ट से 12 वे फ्लोर पर अपने फ्लैट पर जा रहा था. वह लिफ्ट में अकेला ही था, जब उसकी लिफ्ट आठवें फ्लोर पर पहुंची तो अचानक से लिफ्ट में झटका लगा और वह रुक गई. लड़के ने कुछ देर इंतजार किया लेकिन वह लिफ्ट नहीं चली. जिसके बाद लिफ्ट में मौजूद इंटरकॉम का इस्तेमाल किया लेकिन उसने भी कोई काम नहीं किया. जिसकी वजह से बच्चा काफी घबरा गया, हालांकि बच्चे के मोबाइल में नेटवर्क आ रहे थे. उसने अपने पापा को कॉल करके बता दिया. इसके बाद काफी लोग मौके पर पहुंच गए.


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डेढ़ घंटे तक लिफ्ट के अंदर ही फंसा रहा बच्चा 
उन लोगों के द्वारा लिफ्ट को खोलने की कोशिश की गई लेकिन लिफ्ट का दरवाजा नहीं खुला. जिसके बाद एक लोहे की रॉड मंगा कर लिफ्ट को खोलने का प्रयास किया गया और काफी कड़ी मशक्कत के बाद उसे लोहे की रॉड को लिफ्ट के दरवाजे के बीच में फंसा कर बच्चों को जैसे तैसे बाहर निकल गया. बताया जा रहा है कि इस दौरान बच्चा करीब डेढ़ घंटे तक लिफ्ट के अंदर ही फंसा रहा और वह काफी घबरा भी गया.


अक्सर सामने आती रहती है लिफ्ट फसने की घटनाएं
इस घटना के बाद लोगों में भारी रोष देखने को मिला. ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अन्य सोसायटी के लोगों ने भी सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया और कहा कि पूरे ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लिफ्ट का यही हाल है. आए दिन लिफ्ट अटकती रहती है, लोग उसमें फंसते रहते हैं लेकिन लिफ्ट की देखरेख करने वाले कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. फिलहाल लोगों ने लिफ्ट एक्ट को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की.


ग्रीन आर्क सोसायटी में रहने वाले नीतीश कुमार ने बताया कि रात में अचानक से लिफ्ट अटक गई. जिसमें करीब डेढ़ घंटे तक एक बच्चा फंसा रहा. लिफ्ट का दरवाजा इस तरह से फंसा कि उसे खोलना मुश्किल हो गया. रॉड की मदद से दरवाजे को खोला गया और बच्चों को जैसे तैसे निकाला गया. लिफ्ट की देखरेख करने वाली कंपनी के लोगों को फोन किया गया लेकिन वह फोन करने के बाद भी काफी देरी से मौके पर पहुंचे.