Haryana Education: मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने की तैयारी कर रहे हरियाणा के युवाओं के लिए एक खुशखबरी सामने आई है. इस बार हरियाणा सरकार ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में MBBS और BDS कोर्स की फीस को लेकर बड़ा बदलाव किया है. सरकार के इस फैसले के बाद हरियाणा में बने कोई भी प्राइवेट मेडिकल कॉलेज या यूनिवर्सिटी फीस की दरों से ज्यादा पैसा नहीं वसूलेगा. इन सभी कोर्स के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालयों में अलग-अलग फीस की दरें तय की गई हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के छात्र और परिजनों की सरकार के पास लगातार शिकायते आ रही थी कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज मनमाने तरीके से MBBS और BDS कोर्स की फीस को वसूला जा रहा है. इन सभी लोगों का कहना था कि प्राइवेट यूनिवर्सिटी मेडिकल स्टूडेंट्स 60 से 70 लाख रुपये फीस की मांग की जाती है. छात्रों की परेशानियों के देखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया.


ये भी पढ़ेंः Chandigarh News: सरकार ने लागू की नो लिटिगेशन पॉलिसी-2023, इन लोगों को होगा फायदा


बता दें कि हरियाणा में 1835 MBBS और 950 BDS कोर्स की सीटें हैं, जिसपर ये शर्त लागू होगी. वहीं, हरियाणा चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने इस संबंध में आधिकारिक नोटिस जारी किया है, जिसमें लिखा गया है कि एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए स्टूडेंट्स को 14.25 लाख रुपये से लेकर 19.50 लाख रुपये (प्रति वर्ष) तक फीस चुकानी होगी. वहीं बीडीएस कोर्स के लिए एडमिशन फीस 1.95 लाख से लेकर 4 लाख रुपये (प्रति वर्ष) तक तय की गई है.


नोटिस में आगे जानकारी दी गई है कि एमबीबीएस कोर्स के लिए 2 लाख रुपये और बीडीएस कोर्स के लिए 50,000 रुपये सिक्योरिटी फीस जमा करनी होगी. हालांकि NRI मेडिकल कैंडेडिटे्स के लिए फीस अलग-अलग होगी. खबरों की माने तो, हरियाणा में यूजी मेडिकल कोर्स की दाखिला के लिए नीट यूजी काउंसलिंग राउड- 1 अलॉट हुई सीटों पर 4 अगस्त शाम 5 बजे तक ट्यूशन की फीस जमा करा सकते हैं. इसके बाद 5 से 7 अगस्त तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाएगा. इसके बाद छात्र 8 अगस्त तक अलॉटमेंट लेटर ले सकते हैं और कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं