H3N2 Influenza Virus: इन दिनों देशभर में H3N2 इन्फ्लुएंजा के मामले सामने आ रहे हैं. हरियाणा में इससे पीड़ित एक मरीज की मौत के बाद से प्रशासन अलर्ट मोड पर है. करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में आस-पास के सभी जिलों से सैंपल भेजे जा रहे हैं, जिसमें से कुछ मरीज H1 पॉजिटिव मिले हैं.


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करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीपेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे पास करनाल, कुरुक्षेत्र और कैथल जिलों के सैंपल आते हैं. अब तक हमारे पास 17 सैंपल आए हैं, जिनकी हम जांच कर रहे हैं. कुछ मरीज H1 पॉजिटिव मिले हैं. वहीं अस्पताल में रोजाना ऐसे मरीज आ रहे हैं, जिन्हें बुखार, खांसी, उल्टी-दस्त और गले में खराश है. ये सारे लक्षण H3N2 इन्फ्लुएंजा के हैं. 


करनाल में  H3N2 इन्फ्लुएंजा के दो संदिग्ध मरीज सामने आए हैं, जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ गई है. इन मरीजों की रिपोर्ट आज शाम तक आ सकती है. वहीं अभी फतेहाबाद में H3N2 इन्फ्लुएंजा वेरिएंट का केस मिला है, 30 साल के एक युवक में इसकी पुष्टि हुई है. साथ ही यमुनानगर में भी इस वायरस से पीड़ित 5 संदिग्ध केस सामने आए हैं.


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हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली गई हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इस वायरस के लक्षण 5-7 दिन रहते हैं. बुखार 3-5 दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन खांसी कई बार 3 हफ्ते तक भी ठीक नहीं होती है.


H3N2 इन्फ्लुएंजा से मौत
हरियाणा के जींद में H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस ने एक व्यक्ति की जान ले ली. 56 साल के जगदीश 3 महीने से कैंसर से जूझ रहे थे और H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस के लक्षण दिखाई देने के बाद  रोहतक PGI में उनकी जांच कराई गई, जहां वो पॉजिटिव पाए गए थे. जगदीश की मौत के बाद से हरियाणा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है, लेकिन मरीजों के तेजी से बढ़ने के बाद भी टेस्टिंग कम हो रही है. 


करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में आस -पास के कई जिलों से सेैंपल आने के बाद भी अब तक H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस के 17 मामले ही जांच के लिए भेजे गए हैं. कई मरीज H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस के लक्षण होने के बाद भी टेस्ट कराने से डर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि अगर किसी में भी इस वायरस के लक्षण नजर आते हैं तो वो तुरंत अपनी जांच कराएं. सही समय पर उपचार नहीं मिलने से मरीज की मौत भी हो सकती है. 


इनपुट- कमरजीत सिंह