Har Ki Pauri Wrestlers protest: आज पहलवान अपने मेडल को गंगा में बहाने के लिए हर की पौड़ी पर पहुंचे थे. जहां किसान नेता नरेश टिकैत पहलवानों के पास हरिद्वार पहुंचे. उन्होंने पहलवानों को मनाया और उन्हें मेडल गंगा में बहाने से रोका दिया और उनसे मेजल लिए. इतनी ही नहीं उन्होंने पहलवानों से 5 दिन का वक्त भी मांगा है. इसी बीच कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई.   

 

'पितरों के मोक्ष के लिए करते हैं अस्थि विसर्जन' 

हरिद्वार गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम का बयान आया, जिसमें उन्होंने कहा छा कि गंगा घाट को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने देंगे. ये भी कहा कि खेल मेडल को गंगा में प्रवाहित करना ठीक नहीं है गंगा. साथ ही ये भा कहा कि घाट पर लोग अपने पितरों के मोक्ष के लिए अस्थि विसर्जन करते हैं. ऐसे में मेडल का प्रवाहित करना ठीक नहीं.

 

प्रधानमंत्री जी अपना अहंकार छोड़ दें- CM केजरीवाल 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरवाल ने ट्वीट कर रहा है कि पूरा देश स्तब्ध है. पूरे देश की आंखों में आंसू हैं. अब तो प्रधानमंत्री जी को अपना अहंकार छोड़ देना चाहिए. 

 


 

इसके पीछे हो रही राजनीति- शशि थरूर 

पहलवानों के गंगा में मेडल बहाने की बात को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने देश का मान बढ़ाया, वे देश के लिए कई प्रतिष्ठित पदक लेकर आए, उन्होंने देश की सेवा की, आज वे हार रहे हैं. प्रधानमंत्री ने खुद उन्हें देश के नायक के रूप में सम्मान किया और अब उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जा रहा है. यह देखकर दुख होता है. मैं सरकार के इस रवैये को नहीं समझ पा रहा. इसके पीछे राजनीति हो रही है.

 

'जहां नारी का चीरहरण होता है, वहां महाभारत होती है'

वहीं हरियाणा से राज्य सभा सदस्य और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ट्वीट किया. उन्होंने देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों से अपील की थी कि अपने मेडल गंगा में न बहाएं. उन्होंने ये भी कहा कि आपको ये मेडल भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की कृपा से नहीं मिले हैं, बल्कि सालों के तप और साधना से मिले हैं. वहीं पिछले दिनों खिलाड़ियों साथ बेहद बर्बरतापूर्ण व्यवहार हुआ है, जिससे सारा देश दुखी है. ये वही भूमि है जहां एक नारी का चीरहरण करने का प्रयास किया गया था, परिणाम स्वरूप महाभारत हुआ. साथ ही कहा कि सरकार को चेताना चाहता हूं कि समय रहते अहंकार छोड़कर राजधर्म का पालन करते हुए खिलाड़ियों की आवाज सुने और उन्हें न्याय दिलाए. 

 

समय रहते आवाज न उठी तो अगली बारी लोकतंत्र की अस्थियों को बहाने की होगी- भगवंत मान

पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी ट्वीट किया और कहा कि हमारे देश के अंतराष्ट्रीय पदक विजेता पहलवानों द्वारा केंद्र सरकार से दुखी होकर अपने पदकों को हरिद्वार गंगा जी में बहाने जाना देश के लिए बहुत शर्मनाक है. अगर समय रहते आवाज न उठाई गई तो अगली बारी देश के लोकतंत्र की अस्थियों को बहाने की होगी.