Haryana Anganwadi Workers: प्रदेश की आंगनवाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स लंबे समय से आंदोलन करती आ रही है हैं, लेकिन अब भी मांगे लंबित है और उनका समाधान नहीं किया जा रहा है. इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 18 नवंबर को राज्य की आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स के लिए कुछ घोषणाएं की गई है. यह सकारात्मक कदम है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

परन्तु कुछ गंभीर मांगों व समस्याओं का हल नहीं किया गया है, जिनका हल जरूरी है और उनका भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है. इसलिए हम जिला की तमाम वर्कर्स और हैल्पर्स आपको यह मांग पत्र भेज रही हैं. हमें उम्मीद है कि आप इनका जल्द निपटारा करेंगे.


ये भी पढ़ेंः Haryana Police: हरियाणा पुलिस के ASI की अनूठी पहल, बेटी की शादी का कन्यादान गोशाल को क्या दान


प्रमुख मांगः-


1. आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स को न्यूनतम वेतन 26000 रूपये लागू हो.


2. वर्कर व हैल्पर को कुशल, अकुशल की श्रेणी में रखा जाए. ग्रेच्युएटी लाभ, पीएफ व इसआई की सुविधा प्रदान किया जाए.


3. सितंबर 2018 से 1500 व 750 का 5 साल का ऐरियर का भुगतान किया जाए.


4. 2021-2022 में आंदोलन के दौरान के कटे हुए बकाया मानदेय को जारी किया जाए. बर्खास्त वर्करों की बर्खास्त अवधि का बकाया मानदेय भी जारी किया जाए.


5. वर्कर से सुपरवाइजर को पदोनन्ती वरिष्ठता के आधार पर की जाए. 25 की बजाय 50 प्रतिशत हो. हड़ताल के दौरान की समयावधि व बर्खास्त वर्कर्स की समयावधि को भी अनुभव में जोड़ा जाए व इसके बाद ही वरिष्ठता सूचि तैयार हो.


6. राज्य में आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स के आन्दोलन के दौरान दर्ज मुकद्दमें रद्द किए जाएं.


7. उचाणा (जींद) की आंगनवाड़ी वर्कर सुमन को तुरंत बहाल किया जाए.


8. सितंबर 2022 से महंगाई भते की नई किस्त को मानदेय में जोड़कर जारी किया जाए.


9. पोषण ट्रैकर एप पर जबरदस्ती काम बंद हो. मोबाइल फोन तुरंत जारी हो.


10. आंगनवाड़ी केंद्रों का स्वीकृत किराया बिना कंडीशन जारी हो. बकाया किराए का तुरंत भूगतान हो


11. PMMVY के मेहनताने का बकाया, ईधन की राशि का बकाया, फ्लैक्सी फंड,  आंगनवाड़ी सेंटर के कार्य हेतु रजिस्टर, अलमारी, कुर्सी, मेज, झाडू-पोछा इत्यादि सामान दिया जाए.


12. राशन 6 दिन मदर ग्रुपस से बनवाया जाए.


13. वर्कर एवं हैल्परों के खाली पड़े पदों पर तुरंत भर्ती की जाए.


14. सुपरवाइजरों, सीडीपीओ के खाली पड़े पदों पर तुरंत भर्ती हो.


(इनपुटः विपिन शर्मा)