Haryana Asha Workers Protest: अंबाला: हरियाणा में आशा वर्कर्स 8 अगस्त से लगातार हड़ताल पर है, लेकिन सरकार ने अभी तक आशा वर्कर्स से कोई बातचीत नहीं की है. पहले भी आशा वर्कर्स को वार्ता के लिए समय दिया गया था,  जिसे स्थगित कर दिया गया. इसके बाद आज 13 तारीख को भी दोबारा को वार्ता के लिए समय दिया गया था,  जिसे फिर से स्थगित कर दिया गया.


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सरकार द्वारा आशा वर्कर्स की मांगों को अनदेखा किया जाने से नाराज आशा वर्कर्स ने आज हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के निवास पर घेराव करने की कॉल दी. लंबे समय से अपने हक के लिए लड़ रही आशा वर्कर्स आज अंबाला बस स्टैंड पहुंची और प्रदर्शन किया. थालियां बजाते हुए आशा वर्कर्स ने सरकार को जगाने का प्रयास किया. इस मौके पर कई जिलों से आई आशा वर्कर्स ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अपनी मांगो को पूरा करने की अपील की.  इसके बारे में पता चलते ही 2 डीएसपी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल ने अंबाला कैंट बस स्टैंड पर प्रदर्शन कर रही है आशा वर्कर्स को 6 बसों में भरकर अज्ञात स्थान पर भेज दिया.


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पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर प्रदर्शन कर रही हैं. उनका कहना है कि सरकार उन्हें मात्र चार हजार रुपये मेहनताना दे रही है, जबकि इसे बढ़ाकर 26 हजार किया जाना चाहिए. किसी को लेकर आज हरियाणा के विभिन्न जिलों से सैकड़ो आशा वर्कर्स अंबाला कैंट बस स्टैंड पहुंची और वहां उन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस मौके पर आशा वर्कर्स ने तालियां व थालियां बजाकर सरकार को जगाने किया प्रयास भी किया. 


आशा वर्कर्स प्रधान ने बताया कि उनकी केवल यही मांग है कि उन्हें स्थाई वर्कर का दर्जा दिया जाए और न्यूनतम वेतन 26 हजार सुनिश्चित किया जाए, क्योंकि उनसे वेतन के मुकाबले काम अधिक लिया जाता है. अब तो सरकार आशा वर्कर्स से ऑनलाइन काम भी करवाती है. जिससे उन पर काम का दबाव जायदा रहता है. यूविन एप पर ऑनलाइन काम के दबाव के चलते हाल ही में सरकार द्वारा एक लैटर जारी किया गया, जिसमें कई आशा वर्कर्स को काम से ये हवाला दे कर निकाल दिया गया कि वे काम नहीं करना चाहती. जिस पर उनका साफ तौर पर कहना है कि आशा वर्कर्स काम से कभी पीछे नहीं हटी हैं जरूरत है तो सिर्फ उन्हें ऑनलाइन काम सिखाने की जिसके इंसेंटिव की भी वे मांग करती हैं. यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो उनका धरना प्रदर्शन अनिश्चित कालीन हड़ताल का भी रूप ले सकता है. उन्होंने कहा कि आज भी हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल के निवास स्थान पर जाकर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन व घेराव करना चाहती हैं. वे सरकार के कान तक अपनी जज मांग को पहुंचाना चाहती हैं ताकि गूंगी बहरी सरकार को उनकी मांगों बारे पता चल सके. इस दौरान भारी पुलिस बल लगाकर आशा वर्कर्स को हिरासत में ले लिया गया.


Input: Aman Kapoor