Haryana Assembly Elections: हरियाणा में सभी राजनीतिक पार्टियां विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले AAP की पांच गारंटी दी हैं. वहीं अब इस पर हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने AAP पर निशाना साधा है. सीमा त्रिखा ने सुनीता केजरीवाल को पहले पति अरविंद केजरीवाल को सुशिक्षित करने की सलाह दी है. 


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हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने AAP द्वारा दिल्ली मॉडल पर शिक्षा सहित पांच गारंटी हरियाणा में लाने पर पार्टी को नसीहत दी है. मंत्री कहा कि पहले सुनीता केजरीवाल पति अरविंद केजरीवाल को सुशिक्षित करें. ताकि कारागार का खेल खत्म हो जाए. शिक्षा की गारंटी बोलने से नहीं होती, बल्कि हरियाणा सरकार योजनाओं को धरातल पर लागू करती है. प्रदेश में बेहतर शिक्षा देने के लिए सरकार की ओर से व्यापक योजनाएं तैयार की जा रही हैं.


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शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा दादरी के जनता कॉलेज में एसएमसी के ट्रेनिंग एवं कांफ्रेंस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंची थीं. उन्होंने स्कूल प्रबंधन कमेटी की बैठक लेते हुए विभिन्न स्कूलों द्वारा लगाई गई स्टॉलों का निरीक्षण किया. अध्यापकों ने जहां टीचिंग-लर्निंग मटेरियल की स्टॉल लगाईं थीं. वहीं छात्रों ने स्टॉल के माध्यम से अपनी खास गतिविधियों का प्रदर्शन किया. कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने अभिभावकों से सीधा संवाद किया और टीचर व विद्यार्थियों के बीच बेहतर माहौल में पढ़ाई करवाने की बात कही.


मंत्री सीमा त्रिखा ने मीडिया से बातचीत करने के दौरान आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. AAP द्वारा शिक्षा को लेकर दिए जा रहे बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि पहले मैं गुड़ खाना छोडूंगी, तभी किसी से बोलूंगी. जो सरकार के पास साधन हैं उसी अनुसार ही शिक्षा का स्तर चलेगा. सरकार की ओर से शिक्षा को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. स्कूल अपग्रेड करने में कई समस्याएं आती हैं. स्ट्रेक्चर तैयार होने के बाद ही स्कूल अपग्रेड किये जाएंगे. वहीं एक सवाल के जवाब में कहा कि कोचिंग सेंटरों पर कोई पाबंदी नहीं है, अभिभावक इच्छानुसार बच्चों को भेजते हैं. कनीना बस हादसे के बाद ठोस व्यवस्था बनाई गई है. वहीं स्कूल संचालकों से एफिडेविट लेकर हादसों से संबंधित दिशा-निर्देश दिए गए हैं. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होने के चलते कुछ स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है.


Input- Pushpender Kumar