ओमप्रकाश धनखड़ ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- अपने युवा नेताओं को नहीं बढ़ने दिया आगे
हरियाणा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली होने जा रही है. इससे पहले हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने काबिल नेताओं को आगे नहीं बढ़ने दिया.
राजेश खत्री/सोनीपत: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने सोनीपत के गोहाना में आयोजित होने वाली केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली से पहले कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस में एकता नहीं है. वहीं उन्होंने कहा कि हाथ से हाथ मिलाने जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जानें से या फिर भारत जोड़ो यात्रा अभियान चलाने से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. हरियाणा की जनता सब जानती है कि जब कांग्रेस के जोशीले युवा अध्यक्ष अशोक तंवर को आगे नहीं बढ़ने दिया गया. कुमारी सैलजा को हरियाणा में संगठन बनाने नहीं दिया गया और रणदीप सिंह सुरजेवाला को बाहर चुनाव लड़ने पर मजबूर कर दिया गया. इस तरह से कांग्रेस की रणनीति अब जनता के बीच में आ चुकी है, जिससे जनता के सामने सच आ गया है.
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ओमप्रकाश धनखड़ ने किसान के नाम पर राजनीति करने वाले किसान संगठनों को भी जमकर निशाने पर लेते हुए कहा कि हरियाणा एक ऐसा राज्य है, जिसमें भरपाई जैसी योजनाएं चलाकर बाजरे की खरीद की जाती है. ऐसे किसानों के संगठनों को थोड़ा राजस्थान और पंजाब की तरफ भी जरूर देखना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में गन्ने का भाव अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बढ़ा दिया है. पंजाब से थोड़ा कम जरूर है, लेकिन वहां नई सरकार बनी है. भविष्य में क्या होने वाला है यह पता जरूर चल जाएगा, लेकिन हरियाणा एक ऐसा प्रदेश है जो किसानों के हित को लेकर कार्य कर रहा है.
हरियाणा ई टेंडर के विषय को लेकर पंच सरपंचों द्वारा किए जा रहे विरोध पर भी उन्होंने बोलते हुए कहा कि हरियाणा में पहले जहां पंच सरपंच गांव पर विकास कार्य करवाने के लिए 20 लाख रुपये खर्च करते थे, लेकिन वह कार्य डीसी के रूम में तय होते थे. अब ई टेंडर से सरपंच 25 लाख रुपये तक खर्च कर कार्य करवा सकता है और अधिक से अधिक कार्य करने वाले टेंडर के माध्यम से जब लोग आएंगे तब कीमत भी लगाने वाले अधिक होंगे, जिससे पंचायत को फायदा होगा और हरियाणा के लिए एक अच्छा संदेश है.
भाजपा ने अब 2024 चुनाव के लिए अपनी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है, जिसके लिए अधिक से अधिक प्रयास शुरु किया जा रहा है कि वह यह साबित कर सके कि भाजपा ने जनता के हित को लिए अच्छा किया है. इसका निर्णय तो आखिरकार मतदाता और जनता को ही लेना है कि भाजपा द्वारा करवाए गए कार्य कितने प्रभावशाली नजर आते हैं.