Haryana Budget 2024: आज हरियाणा के CM मनोहर लाल ने अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम बजट पेश किया, जिसमें किसान, सैनिक और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कई बड़े ऐलान किए गए हैं. हरियाणा में शहीद सैनिकों के परिवार को मिलने वाली राशि में इजाफा किया गया है. वहीं स्वतंत्रता सेनानियों के मासिक भत्ते की राशि में भी बढ़ोतरी का ऐलान किया गया है. किसानों को बड़ी राहत देते हुए CM ने 1 अप्रैल से आबियाना कर बंद करने की बात कही है. 


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सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण के लिए हुई ये घोषणाएं
-युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों के लिए दी जा रही 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि को बढ़ाकर 1 करोड़ रुपये किया जाएगा. चाहे वे किसी भी रक्षा सेवा या केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के सैनिक हों. 


- सशस्त्र बलों में और अधिक अधिकारियों और जवानों की भागीदारी बढ़ाने के लिए हरियाणा के निवासियों को रक्षा और अर्धसैनिक सेवाओं में सेवा के लिए तैयार करने हेतु राज्य में तीन सशस्त्र बल तैयारी संस्थान (AFPI) स्थापित किए जाएंगे. इस संस्थान में कक्षा 10 और स्नातक के बाद उम्मीदवारों को रक्षा और अर्धसैनिक सेवाओं में सेवा के लिए प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया में शामिल होने के लिए तैयार किया जाएगा.


स्वतंत्रता सेनानियों के मासिक भत्ते में इजाफा
स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दिये गये बलिदानों का सम्मान करते हुए उनका वर्तमान मासिक सम्मान भत्ता 25,000 रुपये से बढ़ाकर 40,000 रुपये किया जाएगा.


सिंचाई एवं जल संसाधन के लिए किए गए ऐलान
- नहर के पानी पर निर्भर किसानों को राहत देने के उपाय के रूप में 1 अप्रैल, 2024 से आबियाना बंद किया जाएगा. इससे 4299 गांवों को लगभग 140 करोड़ रुपये का एकमुश्त लाभ होने के साथ-साथ 54 करोड़ रुपये की वार्षिक राहत मिलेगी.
- मानसून अवधि के दौरान पानी का प्रवाह 24,000 क्यूसिक से अधिक हो जाता है. थोड़े समय के लिए उपलब्ध इस अतिरिक्त पानी को संग्रहित किया जाएगा और पानी की कमी वाले जिलों-भिवानी, चरखी दादरी और हिसार में सिंचाई के लिए पानी ले जाने के लिए पाइपलाइन बिछाई जाएगी.
-  राजस्थान में पानी ले जाने के लिए भी पाइपलाइन बिछाई जाएगी.  इससे यह सुनिश्चित होगा कि जुलाई, 2023 में आई अतिरिक्त बाढ़ के पानी को संग्रहित किया जाएगा और कृषि और पीने के उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाएगा.
- मेवात क्षेत्र की जल समस्या के समाधान के लिए 2 परियोजनाओं की योजना बनाई गई है. इनमें गुरुग्राम जलापूर्ति चैनल की रि-मॉडलिंग और मेवात फीडर पाइप लाइन परियोजना शामिल हैं. ये नूंह, गुरुग्राम, मानेसर और बहादुरगढ़ शहरों तथा नए विकसित हो रहे औद्योगिक क्षेत्रों- आई.एम.टी. मानेसर, सोहना, खरखौदा और बहादुरगढ़, धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र और आसपास के गांवों की वर्ष 2050 तक की पेयजल और औद्योगिक उपयोग के पानी की मांग को पूरा करने के लिए आयोजित की गई हैं. इनकी मौजूदा क्षमता 175 क्यूसिक से बढ़ाकर 686 क्यूसिक की जाएगी. इन दो परियोजनाओं पर 3028 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है तथा यह कार्य अगस्त, 2024 तक शुरू होने की संभावना है.


Input- Vijay Rana