Haryana News: हाल ही में हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की ग्रुप-C भर्ती परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया, जहां ग्रुप-56 परीक्षा में पूछे गए 41 प्रश्न ग्रुप-57 के पेपर में रिपीट किए गए. जिसके बाद से इस मामले की जांच की जा रही है. आयोग ने नोटिस जारी करते हुए पेपर बनाने वाली एजेंसी  से 3 दिन में जवाब मांगा था, लेकिन तय समय से ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद अब तक एजेंसी ने कोई जवाब नहीं दिया है. मिली जानकारी के अनुसार एजेंसी के लापरवाहीपूर्ण रवैए की वजह ये आयोग अब उसे ब्लैकलिस्ट कर सकता है, जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है.


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10 अगस्त को जारी हुआ नोटिस
आयोग की तरफ से पेपर तैयार करने वाली एजेंसी को 10 अगस्त को नोटिस जारी किया गया था, जिसमें परीक्षा में 41 प्रश्न रिपीट किए जाने के मामले में 3 दिन में जवाब देने के लिए कहा गया था. 12 अगस्त को आयोग द्वारा एजेंसी को दिया गया समय खत्म हो जाने के बाद भी एजेंसी ने इस मामले में अब तक कोई जवाब नहीं आया. दरअसल, हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) द्वारा 4 एजेंसियों से से प्रश्नपत्र तैयार कराया जाता है. ग्रुप-C भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र भी एजेंसी ने ही तैयार किया था, जिसमें गड़बड़ी का मामला सामने आया है. 


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कब आयोजित हुई परीक्षा
HSSC ग्रुप-C परीक्षा के लिए 17 जून 2022 से 13 जुलाई 2022 तक आवेदन भरे गए, इस परीक्षा में 32 हजार पदों पर नियुक्ति होनी थी. इसके बाद अगस्त 2022 में आयोजित होने वाली परीक्षा नवंबर 2022 में आयोजित हुई. इसके बाद प्रथम परीक्षा के रिजल्ट को लेकर हाईकोर्ट ने फटकार लगाई, जिसके बाद रिजल्ट जारी हुआ. अब Mains परीक्षा अगस्त 2023 में हुई, इसमें 41 प्रश्न दो परीक्षाओं में रिपीट हुए हैं, जो दो अलग-अलग पदों के लिए थी.


पेपर में सवाल रिपीट होने पर HSSC का तर्क
इस पूरे मामले में हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) हरियाणा लोक सेवा आयोग की HCS एंड एलायड एग्जाम की परीक्षा का तर्क दे रहा है, जिसमें 38 सवाल रिपीट किए गए थे. HSSC का कहना है कि पेपर में सवाल रिपीट होने के बाद भी इस पेपर को रद्द नहीं किया गया और इस मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद रिजल्ट भी जारी कर दिया गया. 


HSSC दूसरी परीक्षाओं में भी प्रश्न रिपीट होने की बात कहकर अपनी गलतियों से बचने का प्रयास कर रहा तो वहीं दूसरी तरफ पेपर बनाने वाली एजेंसी ने अब तक इस मामले में कोई भी जवाब नहीं दिया है. आयोग और एजेंसी की गलती की वजह से जुलाई 2022 में नोटिफिकेशन जारी होने के बाद से इस परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के भविष्य एक बार फिर अधर में लटक गया है.