कुरुक्षेत्र : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal) आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यक्रम की शुरुआत करने के लिए कुरुक्षेत्र पहुंचे. इस दौरान सीएम ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. भारत आज विश्व में तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभरकर आया है. शिक्षा मानव निर्माण का आधार है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ केवल भौतिक निर्माण से ही काम नहीं चलता, बल्कि मानव शक्ति के रूप में अच्छे नागरिकों का निर्माण कर यह राष्ट्र आगे जाएगा. 


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मुख्यमंत्री कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (National Education Policy 2020) के क्रियान्वयन के अवसर पर बोल रहे थे. उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (Kurukshetra University) द्वारा लागू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) की स्मारिका का विमोचन भी किया.


2 लाख लोगों से परामर्श के बाद हुई लागू 


सीएम मनोहर लाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने विद्वतजनों, चिंतकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों सहित 2 लाख बुद्धिजीवियों से परामर्श करने के बाद लागू करने का निर्णय लिया. इस नीति को 2025 तक हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में लागू करने का निर्णय लिया गया है. 


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विभाजन की कहानी पता होनी चाहिए


सीएम ने कहा कि उच्च शिक्षा स्थानीय भाषा में होनी चाहिए. स्थानीय भाषा का अपना महत्व है. अंग्रेजी शासनकाल के इतिहास को तोड़ा मरोड़ा गया.हमें अपनी पीढ़ियों को सही इतिहास पढ़ाना है. लोगों को देश की आजादी के साथ विभाजन की कहानी पता होनी चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कुरुक्षेत्र में आज विभाजन विभीषिका दिवस मनाया गया है. हमारे देश का शिक्षा के क्षेत्र में पुराना इतिहास है. यहां उच्च कोटि के लेखक हैं. हमारा लक्ष्य है कि शिक्षा की पहुंच हर व्यक्ति तक हो व सभी को रोजगार मिले. 


सीएम ने कहा कि सुई से लेकर हर तकनीक में आज हम आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन भौतिक शक्ति के साथ सामाजिक शक्ति भी बनानी होगी. नई शिक्षा नीति की बात हर बार उठी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति की बजाय राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बल दिया. उन्होंने कहा कि सबसे पुराना साहित्य हमारे देश का है. राष्ट्र के लिए सभी की विचारधारा बने, इसके प्रयास करने होंगे. 


शोध कार्यों को बढ़ाना होगा


सीएम ने कहा कि हम ही अच्छे हैं कि बजाय हम भी अच्छे हैं तक जाना होगा. विश्वविद्यालयों में शोध कार्यों को बढ़ाना होगा. देश में ब्रेन की कमी नहीं, ब्रेन ड्रेन न हो, इसके लिए काम करना होगा। मनोहर लाल ने इस बात पर जोर दिया कि स्थानीय भाषा के साथ दूसरी भाषा भी आनी चाहिए, मैंने खुद जापानी भाषा के कोर्स में एडमिशन लिया है. 


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारे देश में दिमाग की कमी नहीं है. हमें हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों के लिए बहुत संभावनाएं हैं. छात्रों का समग्र विकास व चरित्र निर्माण होना शिक्षा का पहला व अन्तिम लक्ष्य है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य सभी छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करना, छात्रों को कला, मानविकी, विज्ञान, खेल और व्यावसायिक विषयों में अध्ययन करने के लिए लचीलेपन और विषयों की पसंद को बढ़ाना है. इसी दिशा में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का यह प्रयास सराहनीय है. उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के लिए कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा को बधाई दी.